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एक राष्ट्र एक चुनाव पर अर्थशास्त्रियों से विमर्श

'चुनावी चक्रों में सामंजस्य बिठाने का व्यापक अर्थशास्त्र पर प्रभाव'

असदुद्दीन ओवैसी भी एक साथ चुनाव की समिति सदस्यों से मिले

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 15 February 2024 05:31:51 PM

discussion with economists on one nation one election

नई दिल्ली। भारतभर में एक साथ चुनाव कराने के प्रबंधन सहित विभिन्न पहलुओं पर कारगर बातचीत केलिए 'एक राष्ट्र एक चुनाव' उच्चस्तरीय समिति गठित की गई है, जिसके अध्यक्ष रामनाथ कोविंद हैं एवं और भी सदस्यों की देखरेख में इस विषय पर लगातार बैठकों के माध्यम से गंभीर और गहन विचार-विमर्श किया जा रहा। इसी संदर्भ में समिति के अध्यक्ष रामनाथ कोविंद और समिति के सदस्य 15वें वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ एनके सिंह, डॉ सुभाष कश्यप और संजय कोठारी ने देश के कुछ प्रमुख अर्थशास्त्रियों के साथ एक राष्ट्र एक चुनाव पर विभिन्न सुझावों और इसके व्यापक प्रारूपों पर बातचीत की। डॉ एनके सिंह और आईएमएफ के सिस्टमिक डिविजन इश्यूज की प्रमुख डॉ प्राची मिश्रा ने 'मेक्रोइकोनॉमिक्‍स इम्‍पैक्‍ट ऑफ हार्मोनाइजिंग इलेक्‍ट्रोरल साइकल्‍स' शीर्षक से सहलिखित एक पेपर कुछ समय पहले समिति के समक्ष प्रस्तुत किया था, जिसमें बताया गया हैकि खर्चों के अलावा दोहराए जानेवाले खर्चों के व्यापक आर्थिक प्रभाव भी होते हैं।
एक राष्ट्र एक चुनाव उच्चस्तरीय समिति के समक्ष पेश सहलिखित पेपर में निवेशकों और सामाजिक हितधारकों के मन की अनिश्चितता के अलावा जीडीपी वृद्धि, निवेश, विस्तारित सार्वजनिक व्यय, राजकोषीय घाटा, शिक्षा, स्वास्थ्य संबंधी निष्‍कर्ष और कानून व्यवस्था जैसे मुद्दे शामिल हैं, समिति ने जिनपर व्यापक चर्चा करने का निर्णय लिया है। एक राष्ट्र एक चुनाव उच्चस्तरीय समिति से सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी बातचीत की, उन्होंने एकसाथ चुनाव कराने के बारेमें समिति के समक्ष अपनी पार्टी के विचार रखे। राज्य चुनाव आयुक्तों केसाथ परामर्श का क्रम जारी रखते हुए एक राष्ट्र एक चुनाव उच्चस्तरीय समिति से गुजरात के राज्य चुनाव आयुक्त संजय प्रसाद भी मिले और राज्य विधानसभाओं एवं लोकसभा केसाथ स्थानीय निकायों के चुनाव कराने केलिए जरूरी विभिन्न लॉजिस्टिक और विधायी आवश्यकताओं को रेखांकित किया।
एक राष्ट्र एक चुनाव विचार-विमर्श में आर्थिक विकास संस्थान के निदेशक प्रोफेसर चेतन घाटे, भारतीय अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संबंध अनुसंधान परिषद के निदेशक और मुख्य कार्यकारी डॉ दीपक मिश्रा, प्रोफेसर इंदिरा राजारमन अनिवासी मानद प्रतिष्ठित फेलो इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट रिसर्च, नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च की महानिदेशक डॉ पूनम गुप्ता, एमेरिटस और प्रतिष्ठित फेलो सेंटर फॉर सोशल एंड इकोनॉमिक प्रोग्रेस के प्रेसिडेंट डॉ राकेश मोहन, संजीव पुरी नामित अध्यक्ष सीआईआई और प्रबंध निदेशक आईटीसी लिमिटेड, प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की सदस्य डॉ शमिका रवि, भारत बांग्लादेश भूटान और श्रीलंका केलिए आईएमएफ के पूर्व कार्यकारी निदेशक डॉ सुरजीत एस भल्ला, टाइम्स ऑफ इंडिया के संपादक सिद्धार्थ, इंडियन एक्सप्रेस के संपादक वैद्यनाथन अय्यर, सीआईआई के उप महानिदेशक मारुत सेन गुप्ता एवं अमिता सरकार और कार्यकारी निदेशक सीआईआई बिनॉय जॉब भी उपस्थित थे।

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