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तितलियों और पतंगों पर सचित्र पुस्तक

मार्गदर्शिका में तितलियों और पतंगों पर अनूठा इतिहास

जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया का अनुकरणीय प्रयास

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Sunday 24 March 2024 01:17:57 PM

butterflies

नई दिल्ली। भारत की तितलियों और पतंगों पर जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने एक सचित्र मार्गदर्शिका पुस्तक प्रकाशित की है, जिसका शीर्षक 'एन इलस्ट्रेटेड गाइड टू द लेपिडोप्टेरा ऑफ इंडिया: टैक्सोनोमिक प्रोसेजर्स, फैमिली कैरेक्टर, डायवर्सिटी एंड डिस्ट्रीब्यूशन' है। अकादमिक रूपसे तकनीकी और सरल प्राकृतिक इतिहास क्षेत्र गाइडशैली पुस्तक की मुख्य ताकत है। भारत केलिए यह इलेस्‍ट्रेटेड गाइड अपनी तरह की पहली किताब है। वैश्विक पतंगों की विविधता को 166320 प्रजातियों, 143 परिवारों और 43 सुपरफैमिली में अद्यतन किया गया है, जिनमें से 13124 प्रजातियां, 101 परिवार और 31 सुपरफैमिली भारत में पाई जाती हैं। पुस्तक में लेखकों ने महत्वपूर्ण रूपसे एक टैक्सोनोमिक गिलिच को ठीक किया और लेपिडोप्टेरा के एक नए परिवार यानी हेलियोकोस्मिडे का भी वर्णन किया है।
जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की निदेशक डॉ धृति बनर्जी, डॉ नवनीत सिंह, डॉ राहुल जोशी और डॉ पीसी पठानिया, जैडएसआई के वैज्ञानिक और हांगकांग के लेपिडोप्टेरा विशेषज्ञ डॉ आरसी केंड्रिक ने संयुक्‍त रूपसे यह मार्गदर्शिका पुस्तक लिखी है। यह किताब 2019 में जूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की 6वीं एशियाई लेपिडोप्टेरा संरक्षण संगोष्ठी में विचार-विमर्श से निकली कई चीजों में से एक है, जहां एक ऐसी पुस्तक केलिए व्यापक रूपसे चर्चा की गई थी, जो लेपिडोप्टेरोलॉजी के क्षेत्र में शौकिया और पेशेवरों दोनों का मार्गदर्शन कर सके। यह परियोजना कोविड-19 महामारी के लॉकडाउन के दौरान शुरू की गई, इसके बाद लेखकों ने लगातार चार वर्ष तक इस क्षेत्र से संबंधित जानकारी को अद्यतन किया और अंतमें इसका परिणाम इस पुस्तक के रूपमें सामने आया। किताब का उद्देश्य भारत में पाई जानेवाली तितलियों और पतंगों के सभी परिवारों और सुपरफैमिलीज़ केलिए मुख्य नैदानिक लक्षणों को संक्षेप में बताना है।
मार्गदर्शिका पुस्तक में बेसल विभाजन की प्रमुख विशेषताओं और तितलियों और पतंगों के विभिन्न समूहों की सुपरफैमिली कंपोजिशंस को संक्षेप में प्रस्तुत किया गया है। पुस्तक वाउचर सामग्री को इकट्ठा करने और क्यूरेट करने के तरीकों, प्रयोगशाला में अपनाई जानेवाली टैक्सोनोमिक प्रक्रियाओं, सुपरफैमिली, पारिवारिक स्तर की पहचान और विश्वस्तर पर लेपिडोप्टेरान विविधता और वितरण के पैटर्न के बारेमें ज्ञान की रूपरेखा तैयार करती है। पॉल वारिंग (यूके), मार्क स्टर्लिंग (एनएचएम यूके), गौरव नंदी दास और मार्टिन कोनविका (दक्षिण बोहेमिया विश्वविद्यालय चेक गणराज्य) के लिखित तीन अध्याय पाठकों को लेपिडोप्टेरोलॉजी में विभिन्न तकनीकों से लैस करने केलिए समर्पित हैं।

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