स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 24 May 2019 02:46:42 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी भारतीय जनता पार्टी की दोबारा प्रचंड जीत पर दुनियाभर से राष्ट्राध्यक्षों की ओर से बधाईयों का ताता लगा है। गौरतलब है कि सत्रहवीं लोकसभा के चुनाव में भाजपा को सबकी उम्मीदों से भी ज्यादा सफलता मिली है। इस चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत से भी ज्यादा यानी तीन सौ दो और एनडीए को तीन सौ के भी पार सफलता मिली है। दुनिया के कई राष्ट्राध्यक्षों ने नरेंद्र मोदी की जीत पर बड़े उत्साही अंदाज में टिप्पणियां की हैं और कहा है कि उन्हें नरेंद्र मोदी से बड़ी उम्मीदें है। विश्व समुदाय मानता है कि भारत में नरेंद्र मोदी बहुत शक्तिशाली प्रधानमंत्री हैं और इस कारण भारत का दुनिया के देशों में प्रभाव बढ़ता जा रहा है। आतंकवाद से पीड़ित दुनिया के कई देशों के लिए भारत एक ऐसा देश माना जाता है, जो बहुत ताकत के साथ इस्लामिक आतंकवाद से लड़ रहा है। रूस अमेरिका और इजरायल के प्रधानमंत्री की टिप्पणी तो बहुत ही उत्साहवर्धक है, जिन्होंने गर्मजोशी से नरेंद्र मोदी को उनकी जीत पर बधाई दी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे, फ्रांस के राष्ट्रपति एमनुअल मैक्रोन, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रवीण जुगनाथ, यूएई के शहजादे मोहम्मद बिन जायद, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई, भूटान नरेश एवं भूटान के प्रधानमंत्री डॉ लोटे शेरिंग, नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा और राष्ट्रपति, मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सालेह, म्यांमार के राष्ट्रपति, जर्मनी की चांसलर, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति और देश-विदेश के राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय नेताओं ने नरेंद्र मोदी को आम चुनाव 2019 में प्रचंड बहुमत के साथ जीत के लिए बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। नरेंद्र मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे को शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद दिया। इस अवसर पर दोनों नेताओं ने पिछले पांच वर्ष के दौरान द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने शांति, प्रगति और समृद्धि के साझा दृष्टिकोण को अर्जित करने के लिए भारत-जापान विशेष रणनीतिक एवं वैश्विक भागीदारी को और भी अधिक मजबूत बनाने के बारे में अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।
भारत-जापान के प्रधानमंत्रियों ने अगले माह ओसाका में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान बैठक में मिलने की इच्छा व्यक्त की। नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष के अंत में होने वाले अगले भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री शिंजो आबे को भारत की यात्रा का निमंत्रण दिया। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर उनके नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की चुनावी विजय पर उन्हें बधाई दी है। शी जिनपिंग ने कहा है कि वह भारत-चीन संबंधों के विकास को काफी महत्व देते हैं और दोनों देशों के बीच घनिष्ठ विकास साझेदारी को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए नरेंद्र मोदी के साथ कार्य करने के इच्छुक हैं। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने हाल के वर्ष में दोनों देशों के संयुक्त प्रयास से भारत-चीन संबंधों के विकास को मजबूत गति देने पर संतोष व्यक्त किया। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने फोन करके नरेंद्र मोदी को प्रचंड जीत के लिए बधाई दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें प्रति उत्तर में कहा कि भारत, ऑस्ट्रेलिया के साथ अपने संबंधों को और मजबूत बनाने को बहुत महत्व देता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों ही सशक्त एवं जीवंत लोकतंत्र हैं और हमारे बढ़ते आर्थिक संबंधों, उच्चस्तरीय सम्पर्कों तथा जनता के बीच प्रागाढ़ होते संबंधों के कारण हमारे रिश्तों में उत्पन्न गति भविष्य में भी जारी रहेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ऑस्ट्रेलिया में हाल ही में संपन्न चुनावों में लिबरल-नेशनल कोलिशन पार्टी को जीत दिलाने के लिए प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन को बधाई दी। उन्होंने स्कॉट मॉरिसन को भारत की यात्रा पर आने का अपना निमंत्रण दोहराया। भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक ने नरेंद्र मोदी से फोन पर बात कर उन्हें 17वीं लोकसभा चुनाव में मिली शानदार जीत के लिए बधाई दी। भूटान नरेश ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की जनता की प्रगति और समृद्धि के लिए शुभकामनाएं दीं। नरेंद्र मोदी ने भूटान नरेश का आभार जताते हुए कहा कि भारत सरकार भूटान के साथ अपनी विलक्षण और विशेष मित्रता को सर्वाधिक महत्व देती है। उन्होंने दोनों देशों के बीच इस साझेदारी को और भी अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए भूटान की शाही सरकार के साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई।