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नरेंद्र मोदी के बाद अमित शाह सबसे शक्तिशाली!

मंत्रिपरिषद और विभागों के चयन में दिखा राजनीतिक कौशल

प्रधानमंत्री की इस नई पसंद ने साधे एक तीर से कई निशाने

Friday 31 May 2019 10:54:39 PM

दिनेश शर्मा

दिनेश शर्मा

pm narendra modi and home minister amit shah

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी की मंत्रिपरिषद में ही नहीं, बल्कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी के बाद अमित शाह और भी सबसे ज्यादा शक्तिशाली राजनेता हो गए हैं। हिंदुस्तान के गृहमंत्री के रूपमें प्रधानमंत्री की इस नई पसंद ने एक तीर से कई निशाने साधे हैं और एक ही झटके में कईयों की ग़लतफहमियां भी दूर कर दी हैं। कहना न होगा कि नरेंद्र दामोदरदास मोदी के इस फैसले में हिंदुस्तान के लौहपुरुष सरदार बल्लभभाई पटेल सदृश छवि देखी जा सकती है। हिंदुस्तान की असली आज़ादी का वह दौर लौटता दिख रहा है, जब आज़ाद भारत के गृहमंत्री सरदार बल्लभभाई पटेल ने मिनटों में निजाम हैदराबाद की देश से अलग चलने की अकड़ को मिनटों में मिट्टी में मिला दिया था। इसबार कश्मीर की धारा 370 और 35ए से मुक्ति की बारी है। अमित शाह भी सरदार के गुजरात के हैं और इसमें सोने में सुहागा यह है कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी भी सरदार के घर से हैं, देश इनमें भी सरदार जैसा ही जज्बा एवं इच्छाशक्ति देखता है, जिसके प्रमाण में उन्होंने जवाहरलाल नेहरू और कई और भी प्रधानमंत्रियों को बहुत पीछे छोड़ दिया है।
मोदी और शाह की यह जोड़ी देश-विदेश में पहले से ही विख्यात है और दोनों ने हिंदुस्तान में राष्ट्रवाद का कमल खिलाने का ऐतिहासिक कारनामा कर दिखाया है, जिससे आज न केवल देश के जनमानस का मनोबल ऊंचा है, अपितु देश-देश में भारत की चमक और धमक भी कायम हो चुकी है। इस जोड़ी को मीडिया और राजनीतिक विश्लेषणकर्ता अनेक विशेषणों से नवाजते हैं, आज इनके शासन और संगठनात्मक फैसलों की सर्वत्र सराहना हो रही है। विरोधी गठबंधनों के अनेक नेता भी नरेंद्र मोदी और अमित शाह की रणनीतियों का लोहा मान रहे हैं। आखिर इन्होंने उस पश्चिम बंगाल को भी लगभग फतह कर दिखाया है, जिसे तृणमूल कांग्रेस की एक्‍टिविस्ट नेता ममता बनर्जी ने बड़ी लड़ाई लड़कर शक्तिशाली कम्युनिष्ट साम्राज्य से छीन लिया था। लोकसभा चुनाव में बड़ी सफलता से पश्चिम बंगाल में आज भाजपा की लहर चल रही है और हर कोई मान गया है कि मोदी और शाह की जोड़ी आगामी विधानसभा चुनाव में भी प्रचंड कमल खिलाकर ममता बनर्जी से पश्चिम बंगाल छीन लेगी। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष के रूपमें अमित शाह का संगठनात्मक कौशल जगजाहिर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अनेक बार सार्वजनिक रूपसे और विशाल जनसभाओं में अमित शाह के संगठन कौशल की सराहना कर चुके हैं। उन्होंने अमित शाह को गृहमंत्री बनाकर इस सराहना को सिद्ध किया है और संदेश दिया है कि उनके बाद अमित शाह हैं और उनको गृहमंत्री बनाने का फैसला प्रचंड रूपसे सफल होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दूसरा शासनकाल कई ऐतिहासिक फैसलों से शुरु हो रहा है। उनके सामने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद, अलगाववाद, देश में विभिन्न सीमाओं से अवैध घुसपैठ एवं पाकिस्तान प्रायोजित इस्लामिक हिंसक ज़ेहाद सबसे बड़ी चुनौती है, जिससे निपटने के लिए उन्होंने अपनी रणनीतियों में खास बदलाव किए हैं। अमित शाह को गृहमंत्री बनाना उनकी इस रणनीति का खास हिस्सा माना जा रहा है। गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी ने देश से वादा किया है कि जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद की जड़ धारा 370 और 35ए को खत्म कर दिया जाएगा, समान नागरिकता कानून लागूकर देश से घुसपैठिए बाहर किए जाएंगे और गैरमुस्लिम अल्पसंख्यकों को भारत में आने दिया जाएगा। हिंदुस्तान के गृहमंत्री के रूपमें अमित शाह को इन वादों पर काम करना है और यह तभी संभव है जब गृहमंत्री अमित शाह अपने पूर्वज सरदार बल्लभभाई पटेल के तेवरों में आएंगे जो तेवर उनमें भी मौजूद हैं। अमित शाह गुजरात में भी नरेंद्र मोदी सरकार के गृहमंत्री रह चुके हैं, इसलिए नरेंद्र मोदी उन्हें देश के गृहमंत्री पद के लिए सर्वथा उपयुक्त समझते आए हैं। अमित शाह कल अपना पदभार ग्रहण करेंगे और अपनी प्राथमिकताएं सुनिश्चित करेंगे।
नरेंद्र मोदी सरकार ने आज पहली कैबिनेट में कई महत्वपूर्ण निर्णय कर डाले हैं, जिनमें सभी छोटे भूमिधर किसानों को आज से ही छह हजार रुपये सालाना किसान सम्मान योजना में शामिल कर लिया गया है। छोटे दुकानदारों और किसानों को पेंशन योजना पर निर्णय। नेशनल डिफेंस फंड से सेवानिवृत और शहीद जवानों के बच्चों के भविष्य का पूरा ध्यान रखते हुए उनकी छात्रवृत्ति बढ़ा दी गई है। इस योजना में राज्यों की पुलिस को भी शामिल किया गया है। मोदी मंत्रिमंडल ने कैबिनेट बैठक में पशुओं को घातक बीमारियों से बचाने और अच्छे स्वास्‍थ्य के लिए टीकाकरण को मंजूरी दी है। नौकरशाहों से सरकार के सौ दिन का पहले ही कार्यक्रम बनवाकर उसपर आज से ही काम शुरू कर दिया गया है। मोदी सरकार की प्राथमिकताओं में युवा कल्याण की वे योजनाएं रखी गई हैं, जो ‌जिनपर पिछली बार आधा-अधूरा अमल हो पाया था। कह सकते हैं कि मोदी सरकार ने अभी से ही अति पिछड़ों और पिछड़ों, युवाओं और छात्रों के कल्याण की शुरूआत कर 2024 की भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रधानमंत्री की सलाह पर राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्‍यों में विभागों का बंटवारा कर दिया है। नरेंद्र मोदी के पास प्रधानमंत्री कार्मिक, जन शिकायत और पेंशन मंत्रालय, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग और सभी महत्‍वपूर्ण नीतिगत मुद्दे तथा वे सभी विभाग होंगे, जो किसी मंत्री को आवंटित नहीं किए गए हैं।
राजनाथ सिंह इस बार रक्षामंत्री बनाए गए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री के बाद यानी नंबर दो पर शपथ ली थी, पिछली बार वे गृहमंत्री थे, जबकि नंबर तीन पर शपथ लेनेवाले अमित शाह गृहमंत्री बनाए गए हैं। संदेश साफ है कि प्रधानमंत्री के बाद देश में दूसरा शक्तिशाली कौन है। नितिन जयराम गडकरी सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और सूक्ष्‍म, लघु और मध्‍यम उद्यम मंत्री। डीवी सदानंद गौड़ा रसायन एवं उर्वरक मंत्री। निर्मला सीतारमण वित्तमंत्री और कॉरपोरेट कार्य मंत्री। रामविलास पासवान उपभोक्‍ता कार्य, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री। नरेंद्र सिंह तोमर कृषि एवं किसान कल्‍याण मंत्री, ग्रामीण विकास मंत्री और पंचायती राज मंत्री। रविशंकर प्रसाद कानून एवं न्‍याय, संचार इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री। हरसिमरत कौर बादल खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग मंत्री। थावर चंद गहलौत सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्री। डॉ सुब्रह्मण्‍यम जयशंकर विदेश मंत्री। रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ मानव संसाधन विकास मंत्री बनाए गए हैं, जिससे उनका महत्व बढ़ा है। अर्जुन मुंडा जनजातीय कार्य मंत्री। स्‍मृति जुबिन ईरानी महिला एवं बाल विकास और वस्‍त्र मंत्री बनाकर उनका और भी महत्व बढ़ाया गया है। डॉ हर्षवर्धन स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और पृथ्‍वी विज्ञान मंत्री। प्रकाश जावड़ेकर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन और सूचना एवं प्रसारण मंत्री। पीयूष गोयल रेल और वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्री। धर्मेंद्र प्रधान पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्‍पात मंत्री। मुख्‍तार अब्‍बास नकवी अल्‍पसंख्‍यक कार्य मंत्री। प्रहलाद जोशी संसदीय कार्य, कोयला और खान मंत्री। डॉ महेंद्रनाथ पांडेय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री। अरविंद गणपत सावंत भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्री। भाजपा के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह को पशुपालन, दुग्‍ध उत्‍पादन एवं मत्‍स्‍यपालन मंत्रालय दिया गया है। गजेंद्र सिंह शेखावत जल शक्ति मंत्री बनाए गए हैं।
मोदी मंत्रिमंडल में स्‍वतंत्र प्रभार राज्‍यमंत्री के रूपमें संतोष कुमार गंगवार श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय। राव इंद्रजीत सिंह सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियांवयन मंत्रालय और आयोजना मंत्रालय। श्रीपद येसो नाइक आयुर्वेद, योगा और नेचरोपैथी, यूनानी, होम्‍योपैथी आयुष मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय। डॉ जितेंद्र सिंह पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास, प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, जन शिकायत और पेंशन मंत्रालय, परमाणु ऊर्जा विभाग और अंतरिक्ष विभाग। किरेन रिजिजु युवा मामले एवं खेल मंत्रालय और अल्‍पसंख्‍यक कार्य मंत्रालय। प्रह्लाद सिंह पटेल संस्‍कृति मंत्रालय तथा पर्यटन मंत्रालय। राजकुमार सिंह विद्युत मंत्रालय, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालयऔर कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय। हरदीप सिंह पुरी आवास एवं शहरी मामले मंत्रालय, नागर विमानन मंत्रालय, वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय। मनसुख लाल मांडविया जहाजरानी और रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय दिया गया है।
राज्‍यमंत्री के रूपमें फग्गनसिंह कुलस्ते को इस्‍पात मंत्रालय। अश्विनी कुमार चौबे स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्‍याण मंत्रालय। अर्जुनराम मेघवाल संसदीय कार्य मंत्रालय और भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय। जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय। कृष्‍णपाल गुर्जर सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्रालय। दानवे रावसाहब दादाराव उपभोक्‍ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय। जी किशन रेड्डी गृह मंत्रालय। पुरुषोत्तम रूपाला कृषि एवं किसान कल्‍याण मंत्रालय। रामदास अठावले सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्रालय। साध्वी निरंजन ज्योति ग्रामीण विकास मंत्रालय। बाबुल सुप्रियो पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय। संजीव कुमार बालियान पशुपालन, दुग्‍ध उत्‍पादन एवं मत्‍स्‍यपालन मंत्रालय। धोत्रे संजय शामराव मानव संसाधन विकास, संचार और इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय। अनुराग सिंह ठाकुर वित्त और कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय। अंगड़ी सुरेश चन्नबसप्पा रेल मंत्रालय। नित्‍यानंद राय गृह मंत्रालय। रतन लाल कटारिया जल शक्ति, सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्रालय। वी मुरलीधरन विदेश मंत्रालय एवं संसदीय कार्य मंत्रालय। रेणुका सिंह सरुता जनजातीय कार्य मंत्रालय। सोम प्रकाश वाणिज्‍य एवं उद्योग मंत्रालय। रामेश्‍वर तेली खाद्य प्रसंस्‍करण उद्योग मंत्रालय। प्रताप चंद्र सारंगी सूक्ष्‍म, लघु और मध्‍यम उद्यम मंत्रालय और पशुपालन, दुग्‍ध उत्‍पादन एवं मत्‍स्‍यपालन मंत्रालय। कैलाश चौधरी कृषि एवं किसान कल्‍याण मंत्रालय। देबाश्री चौधरी को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय दिया गया है।

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