स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Wednesday 19 August 2020 01:11:48 PM
नई दिल्ली। भारत में स्टार्टअप कंपनियों को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहन दिया जा रहा है। एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के क्षेत्र में इस सिलसिले को आगे बढ़ाने के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान विभाग (डीएसआईआर) के तहत कार्यरत नेशनल रिसर्च डिवेलपमेंट कारपोरेशन (एनआरडीसी) ने सीएसआईआर-नेशनल एयरोस्पेस लैबोरेटरी (एनएएल) के साथ एक साझेदारी की है, इसके तहत दोनों संस्थान मिलकर एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के उभरते क्षेत्रों से जुड़ी स्टार्टअप कंपनियों को प्रोत्साहित करने का काम करेंगे। इस पहल के अंतर्गत एयरोस्पेस क्षेत्र से संबंधित इनोवेशन/ इन्क्यूबेशन सेंटर स्थापित किए जाएंगे। यह जानकारी एनआरडीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ एच पुरुषोत्तम ने दी है।
सीएसआईआर-एनएएल और एनआरडीसी के बीच इस संबंध में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। सीएसआईआर मुख्यालय नई दिल्ली में समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान करते समय डीएसआईआर के सचिव एवं सीएसआईआर के महानिदेशक डॉ शेखर सी मांडे, डीएसआईआर के संयुक्त सचिव डॉ आर वैधीश्वरन और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इस पहल से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के क्षेत्र में स्टार्टअप कंपनियों को इन्क्यूबेशन के साथ-साथ उत्पाद एवं प्रोटोटाइप विकसित करने तथा उसे वैधता दिलाने के लिए जरूरी सलाह और समर्थन मिलेगा। एनआरडीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ एच पुरुषोत्तम ने इस अवसर पर कहा कि दोनों संस्थानों के बीच इस साझेदारी के बाद सीएसआईआर की अन्य घटक प्रयोगशालाओं में भी इनोवेशन/ इन्क्यूबेशन सेंटर स्थापित करने के रास्ते खुलेंगे।