स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Friday 10 November 2023 01:20:37 PM
पणजी। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गोवा में राष्ट्रीय खेलों के 37वें संस्करण में शामिल पारंपरिक खेलों की संख्या में बढ़ोतरी से खुश हुए सराहना करते हुए कहाकि विभिन्न स्तरों पर पारंपरिक खेलों की पुन: शुरूआत से भारतीय संस्कृति का पुनरुत्थान हुआ है। उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि इन पारंपरिक खेलों को ओलंपिक मंच पर भी अच्छी पहचान मिलेगी। राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहाकि खेलों केप्रति माता-पिता के दृष्टिकोण में बुनियादी बदलाव आया है, वो दिन गए जब खेलों में बच्चों की विस्तृत भागीदारी को लेकर माता-पिता चिंतित रहते थे, खेल मानव प्रतिभा की अभिव्यक्ति का सबसे महत्वपूर्ण मार्ग बन गए हैं।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रीय नेतृत्व की भूमिका को भी स्वीकार किया, जिसने हमारे एथलीटों का मार्गदर्शन करने और 2036 में ओलंपिक की मेजबानी केलिए भारत की दावेदारी में योगदान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने खेलो इंडिया पहल कीभी सराहना की, जिसके कारण गांवों में स्टेडियम खोले गए हैं। जगदीप धनखड़ ने खिलाड़ियों की यात्रा में प्रशिक्षकों की निर्णायक भूमिका पर जोर दिया और एथलीटों को सर्वोत्तम गुणवत्ता की कोचिंग जैसे सरकार के अति सक्रिय कदमों पर प्रकाश डाला। उपराष्ट्रपति ने राष्ट्रीय खेलों के शुभंकर एक भारतीय बाइसन मोगा का जिक्र करते हुए कहाकि यह कभी पीछे मुड़कर नहीं देखने और हमेशा आगे बढ़ने के गुणों का प्रतिनिधित्व करता है, ये गुण प्रत्येक खिलाड़ी के सीखने केलिए आवश्यक हैं।
महिला सशक्तीकरण के महत्व को स्वीकारते हुए उपराष्ट्रपति ने बड़ी संख्या में पदक जीतने केलिए महिलाओं की प्रशंसा की। उन्होंने महिला आरक्षण विधेयक पारित होने की भी सराहना की, जो इसकी संकल्पना के 30 साल बाद हासिल किया गया एक मील का पत्थर है। उपराष्ट्रपति ने उद्योग और निजी क्षेत्र से खिलाड़ियों का सहयोग करने की अपील की और कहाकि खिलाड़ियों का सहयोग करने से देश उनके साथ बहुत बड़ा न्याय करेगा। उपराष्ट्रपति ने मेधावी खिलाड़ियों को पदक प्रदान किए और राष्ट्रीय खेल-2023 के सफल आयोजन केलिए टीम अधिकारियों और गोवा प्रशासन को भी सम्मानित किया। इस अवसर पर जलमार्ग राज्यमंत्री श्रीपाद नाइक, गोवा के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई, गोवा के मुख्यमंत्री डॉ प्रमोद सावंत, सांसद और भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष डॉ पीटी उषा, गोवा के खेल मंत्री गोविंद गौडे, खिलाड़ी और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।