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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा है कि राष्ट्र की प्रगति के लिए उनमें से प्रत्येक का योगदान काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के साथ निजी क्षेत्र का सह-अस्तित्व है और इस मिश्रित अर्थव्यवस्था के प्रबंधन के लिए हमें एक सशक्त, उद्देश्यपूर्ण और दूरदर्शी सरकार की जरूरत है। अपने देश के सार्वजनिक जीवन में सरकार की भूमिका को हम नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं और इसलिए हमारा जिस प्रकार का विकास होगा, वह हमारे देश के लोक प्रशासन की गुणवत्ता पर बहुत-कुछ निर्भर करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन सबके पास भारत को सशक्त, समृद्ध और एक ऐसा देश बनाने का एक बेजोड़ अवसर है, जिसकी उपलब्धियों के रूप में गरीबी, उपेक्षा और देश के करोड़ों लोगों को प्रभावित करने वाली बीमारियों को दूर करने की प्रतिबद्धता होगी।