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नैफेड का दालों की खरीद पर बोनस

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दाल

नई दिल्ली। भारत सरकार ने उत्‍पादकों को उनके उत्‍पादन का उचित मूल्‍य दिलाने के उद्देश्य से हर फसल के घोषित उत्‍पादों के लिए न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍यों की घोषणा की है। नैफेड मूल्‍य समर्थन योजना (पीएसएस) के अंतर्गत न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍यों पर तिलहन और दालों को खरीदने वाली केन्‍द्रीय नोडल एजेंसी के रूप में काम करता है। यद्यपि तिलहन में मूंगफली, चंद्रमुखी के बीज और दालों में मूंग और उड़द जैसी खरीफ की फसल के उत्‍पादनों के मूल्‍य न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍यों से कहीं अधिक हैं फिर भी नैफेड इन उत्‍पादनों के दाम न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍यों से कम होने के बावजूद इन्हें न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍यों पर खरीदने के लिए तैयार है।
नैफेड को उम्‍मीद है कि इस साल तुअर अर्थात अरहर की फसल जबर्दस्‍त होगी, जिसके चलते इस साल अरहर के दाम न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍यों से कम रहने की संभावना है अर्थात इस वर्ष अरहर के दाम 3000 रूपये प्रति क्विंटल के न्‍यूनतम समर्थित मूल्‍यों से कम रहने की उम्‍मीद है, फिर भी नैफेड ने घोषणा की है कि अगर किसान दो माह की अवधि के अंदर बिक्री के लिए दाल मंडी लाएंगे तो उन्‍हें मूंग, उड़द और अरहर के न्‍यूनतम समर्थित मूल्‍यों के साथ-साथ 500 रूपये प्रति क्विंटल का बोनस भी दिया जाएगा।

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