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नई दिल्ली। विज्ञान और तकनीक विभाग ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में विभिन्न उद्देश्यों के साथ अनेक समांतर स्वावलम्बी कदम उठाए हैं। इनमें से एक कदम सौर ऊर्जा से जुड़े एस एण्ड टी मुद्दों पर केन्द्रित है। इस संबंध में पहला कदम थमेक्स लिमिटेड के सहयोग से निजी सरकारी भागीदारी के रूप में उठाया गया है। इसका उद्देश्य विकेंद्रित ग्रामीण ऊर्जा के लिए आवश्यक निवेश का विश्वस्त अनुमान आंकड़े तैयार करना है। विकेंद्रित ग्रामीण ऊर्जा में सौर ऊर्जा के उपयोग से सोलर बायोमास हाईब्रिड के विकल्प पर आने वाली लागत को कम करना और व्यवहारियता अंतर को कम करना है। यह पैरावोलिक संरचना पर आधारित अपनी तरह का पहला संयंत्र होगा जो 18 माह के अंदर चालू हो जाएगा। इस सम्बंध में प्रौद्योगिकीय व्यापार और औद्योगिक साझेदारी के लिए सहयोग आधारित अनुसंधान और विकास के लिए यूनाइटेड किंगडम के साथ एक संयुक्त प्रयास किया गया है।