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लखनऊ। गंगा एवं सहायक नदियों की रक्षा के लिए लखनऊ में देश के नामचीन पर्यावरणविद्, वैज्ञानिक और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सामाजिक कार्यकर्ताओं का ऐतिहासिक जमावड़ा हो रहा है। बाईस और तेईस जनवरी को लोकभारती और जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय युवा केंद्र ने दो दिवसीय माँ गंगा-समग्र चिंतन गोष्ठी का आयोजन किया है। गोष्ठी के संयोजक विश्वनाथ खेमका ने बताया कि उद्घाटन सत्र में पंजाब के सुप्रसिद्ध पर्यावरणविद् संत बलबीर सिंह सींचेवाल को विशिष्ठ अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। गोष्ठी का उद्घाटन पूर्व सिंचाई मंत्री ओम प्रकाश सिंह करेंगे और समारोह की अध्यक्षता लखनऊ के महापौर डॉ दिनेश शर्मा करेंगे।
टाइम मैगजीन 177 किलोमीटर लंबी काली नदी के पुनरूद्धार के लिए संत बलबीर सिंह सींचेवाल को 'पर्यावरण का हीरो' उपाधि से अलंकृत कर चुकी है। इन्हें हाल ही में कोपनहेगेन में भी सम्मानित किया जा चुका है। इस गोष्ठी में मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित जल पुरूष राजेंद्र सिंह, आईआईटी कानपुर के राष्ट्रीय गंगा प्राधिकरण के समन्वयक डॉ विनोद तारे और औरंगाबाद के जल संस्कृति मण्डल के संरक्षक डॉ श्रीनिवास मोरवंशीकर भी इसमें विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लेंगे। समापन सत्र में उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, फतेहपुर से गंगा प्रदूषण मुक्ति अभियान समिति के प्रमुख स्वामी विद्यानंद सरस्वती, उप्र जल प्रबन्धन और नियामक आयोग के अध्यक्ष एचएल बिरदी भाग लेंगे।
विश्वनाथ खेमका ने बताया कि इस क्षेत्र का एक रोचक तथ्य यह है कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश काडर के अनेक आईपीएस और आईएएस अधिकारी भी जल संरक्षण अभियान में विशेष रूचि ले रहे हैं। वर्षा जल से नर्मदा की रीचार्जिंग के लिए मध्य प्रदेश के आईपीएस अधिकारी राजेश गुप्ता, सहारनपुर में पांव धोई नदी के लिए आईएएस आलोक कुमार, गोमती नदी के लिए आईपीएस अधिकारी शैलजाकांत मिश्र और महेन्द्र मोदी एवं यमुना नदी दिल्ली के लिए आईएफएस अधिकारी मनोज कुमार मिश्रा का नाम उल्लेखनीय है। लोक भारती के प्रदेश संगठन मंत्री ब्रजेन्द्र पाल सिंह ने कहा कि जल संरक्षण अभियान का उद्देश्य है सभी जागें, सभी उठें और सभी जुटें। प्रत्येक आम और खास देशवासियों की जागरूकता और सहभागिता के बलबूते ही परमार्थ के इस कार्य को साकार किया जा सकता है। इस गोष्ठी में मुख्य विभूतियों के अतिरिक्त देश के दूरदराज क्षेत्रों से 200 से अधिक विशेषज्ञ और समाजसेवी भाग लेंगे।
गोष्ठी में प्रमुख रूप से विजय अग्रवाल, सुभाष अग्रवाल, प्रेमशंकर शुक्ल, श्रीकिशन चौधरी, बिहार की बूढ़ी गंडक नदी के डॉ अमरेन्द्र ठाकुर, प्रदीप नागरथ-सूचना अधिकार विशेषज्ञ, राज्यसभा सदस्य अनील माधव दवे, नर्मदा नदी, आचार्य जितेंद्र-इलाहाबाद, गजानन्द देश पाण्डेय, डॉ अन्जु सिंह-रानी सिंगरामऊ स्टेट जौनपुर, दंडीस्वामी योगेश्वरानन्द गिरी, योगेन्द्र ब्रह्मचारी, डॉ नरेन्द्र मेहरोत्रा-सीडीआरआई, भरत झुनझुनवाला-आर्थिक विशेषज्ञ, अजय बहुगुणा, आर्यशेखर-जलगांव, राधाकृष्ण दुबे-गायत्री परिवार, ई रवीन्द्र कुमार-लखनऊ, नरेन्द्र सिंह भण्डारी-अल्मोड़ा, राजकुमार सिन्हा-जबलपुर, डॉ यूएन राय-एनबीआरआई, वीसी श्रीवास्तव-सिद्वार्थनगर, महेन्द्र नाथ चतुर्वेदी-मथुरा, हेमन्त ध्यानी-जेएनयू दिल्ली एवं अनिल भदौरिया-इलाहाबाद मौजूद रहेंगे।