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लखनऊ में प्रगति के यूपी महोत्सव की तैयारियां

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Tuesday 17 December 2013 04:04:11 AM

up mahotsav lucknow

लखनऊ। प्रगति पर्यावरण संरक्षण समिति 24 दिसंबर 2013 से 3 जनवरी 2014 तक राजकीय इंटर कालेज मैदान निशातगंज लखनऊ में यूपी महोत्सव-2013 का आयोजन कर रही है। समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह 'एडवोकेट' ने बताया कि इस वर्ष यूपी महोत्सव-2013 की थीम पर्यावरण जागरूकता स्वास्थ्य एवं महिला सम्मान पर आधारित रहेगी। समिति यूपी महोत्सव-2013 के क्रम में 11 दिवसीय प्रगति बरेली महोत्सव, लखीमपुर महोत्सव, उन्नाव महोत्सव, हरदोई महोत्सव का सफलतापूर्वक आयोजन करा चुकी है।
यूपी महोत्सव-2013 के आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी एवं जनसाधारण को पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदेश व जनपद के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों की लुप्त हो रही कला एवं संस्कृति से परिचय कराना है, उनको संरक्षण प्रदान करना, प्रचार-प्रसार तथा ग्रामीण अंचलों व शहरी क्षेत्रों के निराश्रित एवं गरीब युवा पीढ़ी को जागृत करके पर्यावरण संरक्षण, हैंडीक्राफ्ट, कम्यूनिकेशन, बैंक इलेक्ट्रॉनिक्स, खादी ग्रामोद्योग, स्वयं सहायता समूह, महिला समूह, कृषि, कृषि विविधिकरण, खाद्य प्रसंस्करण, महिला सशक्तिकरण, सर्वशिक्षा अभियान, एड्स जनसंख्या, वृद्धि, ग्रामीण विकास, कन्या भ्रूण हत्या, जल संरक्षण, स्वच्छता, फल संरक्षण, स्वास्थ्य शिक्षा, ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन, बाल विकास, मद्यनिषेध, नशा उन्मूलन, मत्स्य पालन, दुग्ध उत्पादन, वृद्धा, विधवा, विकलांग, कल्याण, वैश्यावृत्ति, भिक्षावृत्ति को रोकने कृषि, रोज़गार, खेल को बढ़ावा देने, देश की एकता अखंडता एवं सर्वधर्म समभाव, समतामूलक समाज की स्थापना जैसे ज्वलंत विषयों के प्रति युवा पीढ़ी को जागृत करते हुए जनजागरण अभियान से जोड़ना है।
विनोद कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि बच्चों के अंदर छिपी हुई प्रतिभा को प्रतियोगिता के माध्यम से निखारने, जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के बच्चों को प्रदेश स्तर पर मंच प्रदान करते हुए उनके लिए नृत्य, गायन, वादन, नाटक, मेंहदी, रंगोली, चित्रकला, कविता पाठ, लेखन, वाद-विवाद, स्वस्थ बेबी शो, क्विज़, विज्ञान एवं तकनीकी, सामान्य ज्ञान, लोककला, हस्तकला, शिल्पकला, मूर्ति कला लगभग 18 प्रतियोगिता आयोजित की गई हैं। सरकार की जन कल्याणकारी, लोक कल्याणकारी, योजनाओं के प्रति युवा पीढ़ी को जागृत करके जन-जागरण अभियान में जोड़ना, विभिन्न प्रकार के लोक कल्याणकारी कार्यक्रमों को सरकार की मंशा के अनुसार सरकारी, गैर-सरकारी संस्थाओं को एक मंच पर लाकर युवा पीढ़ी के साथ मिलकर सक्रिय भूमिका निभाना एवं सरकार की उपलब्धियों को महोत्सव के माध्यम से जनसाधारण तक पहुंचाना है।
उत्तर प्रदेश की लुप्त हो रही भोजपुरी, ब्रज, अवधी, बुंदेलखंडी, लोक-कलाओं, लोक- नृत्य, लोक-संस्कृत ऐतिहासिक धरोहरें, पर्यटक स्थलों, पर्यावरण को सुरक्षित संरक्षित रखने के लिए वृक्षारोपण के प्रति लोगों को जागृत करने, महोत्सव में बच्चों के लिए खिलौने, झूले एवं प्रदेश व देश में प्रचलित पोशाकों, खाने-पीने के सामानों, प्रदेश व देश के चिंहित एवं प्रचलित सामानों, खादी ग्रामोद्योग एवं स्वयं सहायता समूह, महिला समूह द्वारा निर्मित सामानों की बिक्री बहुरंगी स्टॉल प्रदर्शनी के माध्यम से करने का समिति प्रयास कर रही है। प्रदेश एवं देश के कलाकार प्रतिदिन सायं 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक सांस्कृतिक संध्या में लोगों का मनोरंजन करेंगे। बच्चों की प्रतियोगिताएं प्रतिदिन सुबह 11 बजे से सायं 4 बजे तक होंगी। सरकारी व गैर सरकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार सायं 4.30 से सायं 5.30 बजे तक किया जाएगा।

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