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Wednesday 23 March 2022 06:04:08 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय खेल मंत्रालय की लक्ष्य ओलंपिक पोडियम योजना और प्रशिक्षण एवं प्रतियोगिता वार्षिक कैलेंडर योजना के माध्यम से भारतीय तैराकों को इस साल विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने केलिए वित्तीय सहायता को मंजूरी दी गई है। मिशन ओलिंपिक प्रकोष्ठ से मंजूरी केबाद यह सहायता साजन प्रकाश, श्रीहरि नटराज, माना पटेल और केनिशा गुप्ता को भेज दी गई है। साजन और श्रीहरि वर्तमान में टीओपीएस कोर ग्रुप का हिस्सा हैं, जबकि माना और केनिशा टीओपीएस डेवलपमेंट ग्रुप से हैं। टोक्यो ओलंपिक में भाग लेनेवाले साजन को प्रशिक्षण पर खर्च के साथ-साथ कई प्रतियोगिताओं और प्रशिक्षण शिविरों में भाग लेने केलिए 15.1 लाख रुपये (पूल शुल्क और विमान किराया को छोड़कर) की मंजूरी दी गई है।
तैराक साजन प्रकाश मई में मोनाको, बार्सिलोना और कैनेट में तीन मेर नोस्ट्रम कार्यक्रमों में भाग लेने से पहले अप्रैल के मध्य में डेनमार्क ओपन में हिस्सा लेंगे, इसके बाद जून और जुलाई के बीच स्पेन के सिएरा नेवादा प्रशिक्षण केंद्र में उच्च ऊंचाई वाले प्रशिक्षण शिविर में भाग लेंगे। साजन प्रकाश ने दुबई में अपने प्रशिक्षण शिविर से भारतीय खेल प्राधिकरण को बतायाकि हम दो बड़ी प्रतियोगिताओं में कुछ बड़ा हासिल करने की ओर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों से पहले अप्रैल, मई और जून में हमारी कुछ क्वालीफाइंग प्रतियोगिताएं हैं, ये प्रतियोगिताएं हमारे लिए यह जानने केलिए प्रारंभिक प्रतियोगिताओं के रूपमें कार्य करेंगी कि हम अभी कितना तैयार हैं। टोक्यो 2020 में भी भाग लेने वाले श्रीहरि नटराज को घरेलू प्रशिक्षण पर खर्च और कई प्रतियोगिताओं में भाग लेने केलिए 22.02 लाख रुपये की सहायता को मंजूरी दी गई है।
वित्तीय सहायता में श्रीहरि नटराज के निजी कोच और फिजियोथेरेपिस्ट का खर्च भी शामिल है। श्रीहरि 31 मार्च से शुरू होने वाली फ्रेंच ओपन स्विमिंग चैंपियनशिप और 18 से 23 मई तक होने वाली मेर नोस्ट्रम में हिस्सा लेंगे। इस बीच टोक्यो ओलंपियन माना पटेल और केनिशा गुप्ता को फ्रेंच ओपन तैराकी चैंपियनशिप में भाग लेने केलिए 3.89 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं। यह चैंपियनशिप जून में बुडापेस्ट में होने वाली तैराकी विश्व चैंपियनशिप केलिए क्वालीफाइंग प्रतियोगिता भी माना जाता है। केंद्र सरकार की दी गई इस वित्तीय सहायता पर साजन प्रकाश ने कहाकि यह एक बड़ी मदद है और अब एक अवसर है, जो हमें विश्वस्तर से बराबरी करने में मदद करेगी। उन्होंने कहाकि उन्हें माना, श्रीहरि, केनिशा और अन्य लोगों को अपने क्षेत्र में लगातार मेहनत करने केलिए लालायित देखकर बहुत गर्व हो रहा है।