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Saturday 14 April 2018 12:39:21 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सर गंगाराम अस्पताल के 127वें स्थापना दिवस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा है कि सरकार भारत को दुनिया के चिकित्सा स्थल के रूपमें ऊपर उठाने को बढ़ावा दे रही है। गृहमंत्री ने कहा कि उनके मंत्रालय ने 161 देशों को ई-वीजा की सुविधा देकर चिकित्सा पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में अनेक कदम उठाए हैं, गृह मंत्रालय ने ई-वीजा पर प्रवास की अवधि 30 दिन से बढ़ाकर 60 दिन कर दी है और साथ ही ई-चिकित्सा वीजा मामलों में ट्रिपल एंट्री की इजाजत भी दे दी है। स्वास्थ्य क्षेत्र के बारे में राजनाथ सिंह ने कहा कि 125 करोड़ लोगों वाले देश में सभी को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना एक बड़ी चुनौती है।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारे पास डॉक्टर-मरीज का अनुपात संतुलित नहीं है, अगर हम स्वास्थ्य क्षेत्र में खर्च को देखें तो यह जीडीपी का केवल 1.16 प्रतिशत है, लेकिन हम इसे बढ़ाकर कम से कम 2.5 प्रतिशत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि भारत में आय की भारी असमानता को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत की है, ताकि ग़रीबों और जरूरतमंदों को सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सेवा प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य रक्षा योजना है, जिसके अंतर्गत 10 करोड़ ग़रीब और कमजोर परिवारों को शामिल किया जाएगा, अस्पताल में भर्ती होने के दौरान चिकित्सा पर प्रतिवर्ष प्रति परिवार 5 लाख रुपये का चिकित्सा बीमा प्रदान किया जाएगा। गृहमंत्री ने कहा कि सार्वभौमिक स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना निजी क्षेत्र की भागीदारी के बिना संभव नहीं है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि लोगों को सस्ती चिकित्सा सेवा की सुविधा देने के साथ ही उन्हें व्यापक स्वास्थ्य सुरक्षा मिलनी चाहिए और स्वास्थ्य सेवा एवं व्यापक स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमें स्वास्थ्य क्षेत्र में भारी निवेश करने की आवश्यकता है, जो निजी क्षेत्र के सक्रिय योगदान से ही संभव है। राजनाथ सिंह ने कहा कि हम निजी क्षेत्र को अपने महत्वपूर्ण सहयोगी के रूपमें देखते हैं। उन्होंने कहा कि अच्छे स्वास्थ्य का मूल नियम सफाई है और सार्वभौमिक स्वास्थ्य देखभाल के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में पहले कदम के रूपमें स्वच्छ भारत मिशन की शुरूआत हो चुकी है।