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Friday 17 August 2018 05:42:14 PM
नई दिल्ली। पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक यानी डीजीएमओ की ओर से 16 अगस्त को भारत और पाकिस्तान के बीच डीजीएमओ स्तर की वार्ता हुई। भारत के सैन्य अभियान महानिदेशक ने इस अवसर पर कहा कि आतंकवादियों की भारत में घुसपैठ की कोशिशें चिंता का प्रमुख कारण हैं। भारत के डीजीएमओ ने पाकिस्तान के डीजीएमओ को बताया कि पीर पंजाल पहाड़ी इलाकों के उत्तरी इलाकों में घुसपैठ की गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को नियंत्रण रेखा के अपने इलाके में आतंकवादियों की घुसपैठ को रोकने के लिए ठोस उपाय करने होंगे। भारत के डीजीएमओ ने आश्वस्त करते हुए कहा कि भारतीय सेना 2003 के युद्ध विराम समझौते के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पूरी तरह निभाएगी बशर्ते पाकिस्तानी सेना घुसपैठ को नियंत्रित करने और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और हिंसात्मक गतिविधियां रोकने के लिए सकारात्मक पहल करे।
पाकिस्तान के डीजीएमओ ने नियंत्रण रेखा पर शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए सेना के कदमों पर संतोष जाहिर किया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों की ओर से युद्ध विराम उल्लंघन के मामलों में तेजी से कमी आई है, जो बेहतर भविष्य का संकेत है। पाकिस्तान के डीजीएमओ ने यह आश्वासन दिया कि पाकिस्तान की सेना नियंत्रण रेखा पर हानिकारक तत्वों की गतिविधियों के खिलाफ तत्काल कदम उठाएगी और भारत की तरफ से भेजी गई सूचना पर प्रतिक्रिया करते हुए आतंकरोधी अभियानों में उसकी मदद करेगी। भारतीय स्वतंत्रता दिवस पर दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच उपहारों का आदान-प्रदान भी किया गया।