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लखनऊ। सहारा वन चैनल धारावाहिक 'एक चुटकी आसमान' के बाद इस माह 15 नवम्बर से एक और नये शो 'गंगा की धीज' का प्रसारण शुरू करने जा रहा है। यह चौथा नया शो है और इसका प्रसारण रात्रि 10 बजे किया जाएगा। सहारा इंडिया कॉरपोरेट कम्युनिकेशंस के अनुसार गंगा की धीज एक ऐसी कहानी है जो पश्चिम बंगाल के ग्रामीण क्षेत्र में स्थित कालीगंज नामक गांव की एक अविवाहित युवती के जीवन की अग्निपरीक्षा का बखान करती है। यह कहानी एक ऐसी लड़की के जीवन की झांकी है जो गांव के जमींदार के बनाये विभिन्न कर्मकांडों एवं पद्धतियों की सीमाओं में अपना जीवन यापन करने के लिए बाध्य रहती है। कालीगंज पर अपरिमित सत्ताधारी जमींदार दादा भाई (कबीर बेदी) की हुकूमत चलती है। दादा भाई ग्रामवासियों के लिए भगवान के समान हैं क्योंकि अधिकांश लोग उनके अधीन कार्य करते हैं।सहारा वन के क्रियेटिव डायरेक्टर मुश्ताक शेख का कहना है कि 'गंगा की धीज पाखी की कहानी है जो दादाभाई एवं महामाई के बुने खतरनाक मकड़जाल में फंसी हुई है। वह इस पुरातन अत्याचार और शोषण की परंपरा को बदल कर विजय की एक नयी पताका फहराना चाहती है। क्या वह ऐसा करने में सफल हो सकेगी या उन अनेक लोगों की तरह कालीगंज के कुरीतियों भरे दलदल में विलीन हो जायेगी, यही 'गंगा की धीज' की कथाभूमि है। गंगा की धीज का निर्माण प्रसिद्ध फिल्म निर्माता एवं निर्देशक हैरी बवेजा की कम्पनी 'बवेजा मूवीज' फ्लाइंग टर्टल फिल्म्स के सहयोग से कर रही है। फ्लाइंग टर्टल फिल्म्स बालाजी टेलीफिल्मस की टीम के प्रतिभाशाली सदस्यों शब्बीर अहलूवालिया अनिल प्रवीण कुमार और साकेत शहाणे के दिमाग की उपज है जो टेलीविजन शो एवं फिल्मों के व्यापक अनुभव के साथ अभिनय निर्देशन एवं निर्माण के क्षेत्र में पिछले वर्षों से सक्रिय हैं। बवेजा मूवीज के निर्माता हैरी बवेजा ने कहा है कि सहारा वन एक लोकप्रिय चैनल है और वह इस चैनल के वास्तव में शुक्रगुजार हैं जिसने उनकी टीम को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का एक शानदार अवसर प्रदान किया है।