Friday 21 December 2012 06:35:13 AM
वृंदा गांधी
ची-ची करती चिड़िया रानी,
बच्चों के संग रहती है,
खेल-कूद कर उनके संग,
दाना चुनकर लाती है,
कित्ती मेहनत करती देखो,
श्रम का पाठ पढ़ाती है,
शाम-सवेरे चिड़िया रानी,
नील गगन पर उड़ती है,
बच्चों, तुम भी ऐसे बन जाओ,
मेहनत करो, सफलता पाओ।।
गोल- मटोल
दादीजी का चश्मा गोल,
मम्मीजी की रोटी गोल,
पापाजी का पैसा गोल,
भैयाजी की बॉल गोल
हम भी गोल, तुम भी गोल
सारी दुनिया गोल-मटोल।।
बन्दर मामा
बन्दर मामा, बन्दर मामा,
आओ मिलकर करते ड्रामा,
कोट पहनकर जज बन जाओ,
ऐनक अपनी नाक चढ़ाओ,
जानी पहचानी घुड़की से,
सब लोगों पर रौब जमाओ।।