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Tuesday 28 January 2014 09:29:56 PM
बेंगलुरू। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने संयुक्त अरब अमीरात को आश्वासन दिया है कि भारत एतिसालात, टीएक्यूए, डीपी वर्ल्ड, ईएमएएआर आदि के सामने मौजूद विरासत के मुद्दों पर बातचीत कर रहा है। बेंगलुरू में आज साझेदारी शिखर सम्मेलन के बीच संयुक्त अरब अमीरात के आर्थिक मामलों के मंत्री सुल्तान बिन सईद अल मंसूरी के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि न्यायिक आदेशों का उल्लंघन किये बिना हम संयुक्त अरब अमीरात के निवेशकों के कानूनी हितों की रक्षा करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
दोनों नेताओं ने भारत–संयुक्त अरब अमीरात के बीच निवेश के बारे में उच्चस्तरीय कार्यबल की बैठक के दौरान किये गए फैसलों के बारे में आगे की कार्रवाई पर चर्चा की। आनंद शर्मा ने सुल्तान बिन सईद को बताया कि दिसंबर 2013 में एक द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। बुनियादी ढांचा, निवेश और व्यापार, ऊर्जा ,निर्माण और प्रौद्योगिकी, विमानन, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) और विरासत के मुद्दों पर औद्योगिक और संवर्द्धन विभाग ने सात कार्यबलों का गठन किया। आईसीटी पर कार्यबल को छोड़कर सभी कार्यबलों की बैठक हो चुकी है और उन्होंने अपनी सिफारिशें दे दी हैं।
आनंद शर्मा ने कहा कि मुंबई में एचएलटीएफआई की दूसरी बैठक के लिए शेख हमीद की यात्रा का यह सही अवसर है। उन्होंने फरवरी 2014 के अंत में होने वाली बैठक के लिए शेख हमीद को औपचारिक तौर पर आमंत्रित किया। उन्होंने बताया कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच कुल व्यापार 2012-13 में 75 अमरीकी डॉलर से ऊपर पहुंच गया है।