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Tuesday 8 May 2018 01:08:27 PM
नई दिल्ली। भारत को विश्वगुरू यूं ही नहीं कहते हैं, भारत के नागरिकों ने अवसर मिलने पर इसे सिद्ध भी किया है। भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओम प्रकाश रावत कल एक गुरू की भूमिका में थे और उन्होंने एक कार्यक्रम में भारत आए दस आसियान देशों के 250 छात्रों से जोरदार और प्रेरणात्मक संवाद किया, जिससे ये छात्र न केवल समृद्धशाली जानकारियों से युक्त हुए, बल्कि उनके ज़ेहन में भारत के प्रति भी एक उत्कृष्ट नज़रिया स्थापित हुआ। गौरतलब है कि भारतीय विदेश मंत्रालय के तत्वावधान में भारत-आसियान छात्र आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत ब्रुनेई, दारुसलम, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम के छात्र भारत की यात्रा पर हैं।
निर्वाचन आयुक्त ओम प्रकाश रावत ने इस अवसर पर युवाओं को लोकतंत्र के भविष्य के लिए आशा का प्रकाश स्तम्भ बताया। उन्होंने कहा कि भारत, लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में युवाओं की भागीदारी को बहुत महत्व देता है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने छात्रों के साथ चुनावी विश्वसनीयता के समक्ष उभर रही चुनौतियों जैसे-फेक न्यूज़, पेड न्यूज़, मतदान के पैटर्न को बदलने के लिए आंकड़ों के ग़लत इस्तेमाल, सोशल मीडिया की खामियों आदि पर विस्तृत विचार-विमर्श किया। ओम प्रकाश रावत ने कहा कि लोकतंत्र को संरक्षित करने के लिए छात्रों को भी इन चुनौतियों से निपटने के लिए नई रणनीतियां सुझानी चाहिएं। ओपी रावत ने कहा कि पूरी दुनिया की 70 प्रतिशत आबादी लोकतांत्रिक राष्ट्रों में रह रही है, जबकि 200 वर्ष पहले सिर्फ एक फीसदी आबादी को लोकतंत्र नसीब था।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि लोकतांत्रिक प्रशासन के सभी साझेदारों को लोकतांत्रिक गतिविधियों में युवाओं की भागीदारी को और बढ़ाने के लिए मार्ग प्रशस्त करना चाहिए। ओपी रावत ने आसियान छात्रों को बताया कि इसीलिए भारत में स्कूलों और कॉलेजों में चुनाव साक्षरता क्लबों का गठन किया गया है, ताकि युवाओं को चुनावी प्रक्रिया में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग ने द इंडिया इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोक्रेसी एंड इलेक्शन मैनेजमेंट की स्थापना की है, इससे चुनाव प्रक्रिया में शामिल रहने वाले दुनियाभर के लोगों को प्रशिक्षण दिया जा सकेगा और उनके सराहनीय प्रयासों को समझा जा सकेगा। वरिष्ठ उप चुनाव आयुक्त उमेश सिन्हा ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और चुनाव प्रक्रिया की विविधताओं और जटिलताओं के बारे में जानकारी दी।