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काठमांडू। भारतीय सेनाध्यक्ष वीके सिंह ने गुरूवार को यह कहते हुए नेपाल को उसकी सैन्य एकीकरण प्रक्रिया में और आपदा प्रबंधन के लिए हर संभव सहायता की पेशकश की है कि भारत द्विपक्षीय संबंध को आगे बढ़ाने के लिए जो कुछ कर सकता है, वह करेगा। पत्रकारों ने उनसे पूछा था कि भारत, नेपाल को माओवादी लड़ाकों के सेना में एकीकरण की प्रक्रिया को पूरा करने और आपदा प्रबंधन में कैसे मदद कर सकता है, तो उन्होंने नेपाली में कहा ‘नेपाल को हित मा इंडिया को हित छा’। भारत के सेनाध्यक्ष ने कहा कि नेपाल जो कुछ करना चाहता है, भारत उसके साथ खड़ा है, दोस्त या भाई के रूप में जो भी सहायता हमसे मांगी जाएगी, एक सीमा तक हम वह देंगे। यहां तीन दिवसीय क्षेत्रीय संगोष्ठी के समापन पर त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अपहरण विरोधी अभ्यास देखने के बाद उन्होंने ये बातें कहीं।
नेपाल के प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टराई से भेंट के दौरान जनरल वीके सिंह ने कहा कि भारतीय सेना मजबूत और एकजुट है और उसने विविधता में एकता प्रदर्शित की है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना को लोकतंत्र में गहरा विश्वास है। प्रधानमंत्री के प्रेस सलाहकार रामरिझन यादव ने इस मुलाकात का ब्यौरा पत्रकारों को देते हुए कहा कि नेपाली प्रधानमंत्री से भारतीय सेनाध्यक्ष ने कहा कि हमने लोकतंत्र के आदर्श और मूल्यों के अनुसार काम किया है और हम उग्रवादी संगठन मिजोरम नेशनल फ्रंट को राजनीतिक मुख्यधारा में लाने में समर्थ रहे। उन्होंने आशा प्रकट की कि नेपाल के माओवादी सैनिक भी मौजूदा शांति प्रक्रिया के तहत नेपाल की सेना में अपना विलय कर ऐसा ही करेंगे। बाबूराम भट्टराई ने कहा कि नेपाली सेना भी लोकतांत्रिक और पेशेवर है, क्योंकि उसे भारतीय सेना ने प्रशिक्षण दिया है। उन्होंने कहा कि नेपाल में शांति प्रक्रिया और संविधान निर्माण का कार्य अंतिम चरण में आ गया है, माओवादी लड़ाकों का जल्द ही सेना में एकीकरण किया जाएगा, अगले कुछ दिनों में सैन्य एकीकरण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, ताकि हथियार सरकार को सौंपे जा सकें। उन्होंने कहा कि माओवादी छावनियां शीघ्र ही खाली कराई जाएंगी।
काठमांडू में प्राकृतिक आपदा प्रबंधन और मानवीय सहायता विषय पर क्षेत्रीय संगोष्ठी में जनरल वीके सिंह ने उच्च स्तरीय भेंट की। वे राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति राम बरन यादव, उपप्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री विजय कुमार गछादर से भी मिले। जनरल वीके सिंह ने इन नेताओं से कहा कि भारत का लक्ष्य नेपाल और भारत के बीच दोस्ती का विस्तार करना और उसे और ज्यादा मजबूत करना है, हम द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए जो कुछ कर सकते हैं, करेंगे। उन्होंने नेपाली प्रधानमंत्री से कहा है कि नेपाल के हित में जो कुछ होगा, वह भारत के हित में भी होगा। भारतीय सेना प्रमुख ने बुधवार को नेपाली सेना मुख्यालय में अपने नेपाली समकक्ष जनरल छत्रमान सिंह गुरूंग से भेंट की थी। वे शुक्रवार को दिल्ली लौट गए।