स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 6 October 2020 05:39:08 PM
नई दिल्ली। रेलमंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे के कोयला कारोबार के समेकन को सुनिश्चित करने के लिए कोयला और विद्युत क्षेत्र के शीर्ष नेतृत्व के साथ एक बैठक में कोयले की ढुलाई से संबंधित रेलवे, कोयला एवं विद्युत क्षेत्र की संयुक्त परिचालन उत्पादकता में सुधार करने के तरीके और उपाय सुझाए। गौरतलब है कि रेल की कुल ढुलाई का लगभग 50 प्रतिशत हिस्सा कोयले का होता है। पिछले साल 1210 मीट्रिक टन की कुल माल ढुलाई में से 587 मिलियन टन कोयले की लोडिंग हुई थी।
रेलमंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि रेलवे माल ढुलाई को बढ़ावा देने के दिशा में अथक प्रयास कर रहा है। उन्होंने रेलवे, कोयला और विद्युत संस्थाओं के बीच समन्वित संचालन का आह्वान किया, ताकि रेलवे, विद्युत एवं कोयला तीनों क्षेत्रों की अधिकतम पारस्परिक वृद्धि सुनिश्चित की जा सके। रेलमंत्री ने कहा कि रेलवे ने एक उल्लेखनीय बदलाव के तौरपर सितंबर 2020 में माल ढुलाई से 9896.86 करोड़ रुपये अर्जित किए हैं, जोकि पिछले साल की इसी अवधि में प्राप्त आय 8716.29 करोड़ रुपये की तुलना में 1180.57 करोड़ रुपये अधिक है, इस प्रकार माल ढुलाई से प्राप्त राजस्व में 13.54 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि कोयले की लोडिंग को और बढ़ाने की काफी संभावना है, कोयला की लोडिंग में वृद्धि का रेलवे के माल ढुलाई राजस्व पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
भारतीय रेलवे लॉकडाउन और अब संचयी आधार पर पिछले वर्ष के आंकड़ों से आगे निकलने के लिए पूरी तरह से तैयार है। सितंबर 2020 में माल ढुलाई की लोडिंग पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 15.3 प्रतिशत अधिक है। आंचलिक स्तरपर 25 से अधिक व्यवसाय विकास इकाइयों के गठन की नीतिगत पहल, पार्सल तथा किसान दोनों तरह की विशेष गाड़ियां चलाने और बेहतर सर्वांगीण निगरानी जैसे विभिन्न प्रयासों से विकास सुनिश्चित हो रहा है। रेल माल ढुलाई परिचालन को बेहद आकर्षक बनाने के लिए रेलवे कई रियायतें और छूट भी दे रहा है। रेलवे की कुल माल ढुलाई में कोयले का हिस्सा लगभग 50 प्रतिशत है।