स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 18 June 2019 03:28:59 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने दिल्ली में ई-कॉमर्स और डेटा स्थानीयकरण विषय पर उद्योगजगत के हितधारकों के साथ बैठक की, जिसमें विकसित होती डिजिटल अर्थव्यवस्था में भारत के लिए संभावनाएं, ई-कॉमर्स के कारण भारत की जीडीपी में मूल्य संवर्धन, 4 आयामों-निजता, सुरक्षा, संरक्षा और स्वतंत्र चयन से संबंधित डेटा को समझना, डेटा का स्वामित्व और इसे साझा करना, देश के बाहर डेटा के आवागमन से लाभ और डेटा उपयोग के निरीक्षण हेतु साधन जैसे प्रमुख मुद्दों पर व्यापक विचार-विमर्श किया गया। भारतीय ई-कॉमर्स कंपनियों ने वाणिज्य मंत्री से ई-कॉमर्स से लाभ प्राप्त करने वाली भारतीय कंपनियों से संबंधित मुद्दे, विदेशी प्रतिस्पर्धा के खतरे, समान अवसर की उपलब्धता और प्रतिस्पर्धा विरोधी अभ्यासों का प्रभाव, प्रतिस्पर्धा समाप्त करने के लिए कीमतों को कम रखना और अन्य विभेदकारी अभ्यास जैसे मुद्दों पर चर्चा की।
वाणिज्य मंत्री और ई-कॉमर्स कंपनियों के बीच देश के बाहर डेटा के आवागमन से लाभ, डेटा का स्वामित्व और इसे साझा करना, भारतीय डेटा सर्वर के उपयोग से होने वाले फायदे व नुकसान, ई-मेल, क्लाउड, डेटा स्थानीयकरण पर होने वाला खर्च और कार्यकुशलता में नुकसान, डेटा अवसंरचना निर्माण के लिए समय सीमा निर्धारण, डेटा स्थानीयकरण के लिए नियम, भारतीय डेटा सर्वरों का विकास, क्लाउड ई-मेल यानी कवरेज, फायदे, नुकसान, कीमत पर विमर्श हुआ। बैठक में वाणिज्य और उद्योग राज्यमंत्री सोमप्रकाश, डीपीआईआईटी, वाणिज्य विभाग, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव, आरबीआई के उपगवर्नर बीपी कानूनगो, विदेश मंत्रालय, वाणिज्य विभाग, डीपीआईआईटी के वरिष्ठ अधिकारी और ई-कॉमर्स कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए।