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Tuesday 19 May 2020 09:38:19 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने 'देखो अपना देश' वेबिनार श्रृंखला के तहत 'उत्तराखंड एक स्वर्ग' शीर्षक से 20वें वेबिनार का आयोजन किया। वेबिनार में उत्तराखंड के 2 क्षेत्रों केदारखंड (गढ़वाल क्षेत्र) और मनु खंड (कुमाऊं क्षेत्र) में पर्यटन की संभावनाओं को उजागर किया गया। इसमें गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ, केदारनाथ, हेमकुंड साहिब और यूनेस्को के घोषित विश्व विरासत स्थल फूलों की घाटी जैसे लोकप्रिय पर्यटक स्थलों को भी विशेष तौरपर दर्शाया गया। वेबिनार सत्र को विद्वान, भोजन की उत्पत्ति के संबंध में ऐतिहासिक जानकारी रखने वाले एवं अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के विशेषज्ञ डॉ पुष्पेश पंत, लेखक, फोटोग्राफर एवं उत्तराखंड के इतिहास पर पकड़ रखने वाले जेएनयू के पूर्व प्रोफेसर गणेशशैली और प्रमाणित प्रशिक्षक आस्पेन एडवेंचर्स के प्रबंध निदेशक शशांक पांडे ने प्रस्तुत किया। सत्र की निगरानी पर्यटन मंत्रालय की अपर महानिदेशक रुपिंदर बरार ने किया।
'उत्तराखंड एक स्वर्ग' वेबिनार में प्रस्तुतकर्ताओं ने ऋषिकेश एवं पिथौरागढ़ में रिवर राफ्टिंग, औली में विंटर गेम्स यानी जाड़े के दिनों में खेले जाने वाले खेलों एवं स्कीइंग, टिहरी बांध एवं कौसानी में पैराग्लाइडिंग, चोपता एवं पिंडारी ग्लेशियर में ट्रेकिंग के लिए उपलब्ध कई विकल्पों और ऋषिकेश में भारत की सबसे ऊंची बंजी जंपिंग सुविधा जैसी उत्तराखंड में साहसिक पर्यटन की संभावनाओं के बारे में विशेष रूपसे बताया। प्रस्तुतकर्ताओं ने सत्र में देश के सबसे पुराने राष्ट्रीय पार्क जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क, राजाजी टाइगर रिज़र्व और हिमालय क्षेत्र के वनस्पति एवं प्राणी जगत की समृद्ध विविधता को उजागर करते यूनेस्को स्थल नंदा देवी नेशनल पार्क जैसी जगहों का भ्रमण करते हुए प्रकृति का नजदीकी अनुभव करने के विकल्पों के बारे में भी बताया।
वेबिनार के प्रस्तुतकर्ताओं ने उत्तराखंड में ग्राम पर्यटन को विकसित और उजागर करने के प्रस्तावों और अवसरों के बारे में बताया। इसमें होमस्टे के बेहतरीन विकल्प के बारे में बताया गया, जिसमें कोई भी व्यक्ति वहां के लोगों के आतिथेय का वास्तविक रूपमें अनुभव कर सकते हैं। वहां के लोग होमस्टे के दौरान वहां का बेहतरीन स्थानीय भोजन कराते हैं। पर्यटन मंत्रालय की अपर महानिदेशक रुपिंदर बरार ने इस अवसर पर कहा कि उत्तराखंड देवभूमि, देवताओं की ऐसी जगह जो हर तरह के पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती है, यह पवित्र और धार्मिक होते हुए अपने मूल रूपमें समृद्ध जैव विविधता वाले साहसिक खेलों का केंद्र भी है। देखो अपना देश श्रृंखला सत्रों का संचालन इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस विभाग की सक्रिय मदद से होता है।
देखो अपना देश श्रृंखला वेबिनारों को जो लोग नहीं देख पाए हैं, उनके लिए इस श्रृंखला के सभी सत्र https://www.youtube.com/channel/UCbzIbBmMvtvH7d6Zo_ZEHDA/ और भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के सभी सोशल मीडिया हैंडल पर उपलब्ध हैं। वेबिनार का अगला सत्र मंगलवार 19 मई को सुबह 11 बजे होगा, जिसका शीर्षक 'फोटो वाल्किंग भोपाल' है। प्रतिभागी इसमें https://digitalindia-gov.zoom.us/webinar/register/WN_wLHXyRTGTrK3Vb-ljK8sxQके जरिए रजिस्ट्रेशन कराकर शामिल हो सकते हैं।