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Tuesday 21 June 2022 12:05:09 PM
मैसूरू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर हजारों लोगों केसाथ कर्नाटक के मैसूरू पैलेस ग्राउंड में विराट योग प्रदर्शन में हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री ने इसके बाद योग कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहाकि मैसूरू जैसे आध्यात्मिक केंद्रों ने जिस योग ऊर्जा को सदियों से पोषित किया है, आज वह योग ऊर्जा विश्व स्वास्थ्य को दिशा दे रही है। उन्होंने कहाकि योग वैश्विक सहयोग का पारस्परिक आधार बन रहा है और योग निरोग जीवन का विश्वास दे रहा है। प्रधानमंत्री ने कहाकि हम देख रहे हैंकि योग घरों की चहारदीवारी से बाहर निकलकर पूरे विश्व में फैल गया है और यह आध्यात्मिक बोध, प्राकृतिक और साझा मानव चेतना का प्रतीक बन गया है। उन्होंने कहाकि योग अब वैश्विक पर्व बन गया है, योग किसी व्यक्ति मात्र केलिए नहीं, संपूर्ण मानवता केलिए है, इसीलिए इसबार योग दिवस की विषयवस्तु-मानवता केलिए योग है। प्रधानमंत्री ने इस विषयवस्तु को विश्वस्तर पर अपनाने केलिए संयुक्तराष्ट्र और सभी देशों को धन्यवाद दिया।
मनीषियों का उद्धरण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि योग हमें शांति देता है, योग से प्राप्त शांति किसी व्यक्ति मात्र केलिए नहीं है, योग हमारे समाज में शांति लाता है, योग हमारे राष्ट्रों और विश्व में शांति लाता है और हमारे ब्रह्मांड में शांति लाता है। उन्होंने कहाकि यह पूरा ब्रह्मांड हमारे अपने शरीर और आत्मा से आरंभ होता है, ब्रह्मांड हमसे आरंभ होता है और योग हमें भीतर से चेतन करता है और जागरुकता की भावना पैदा करता है। प्रधानमंत्री ने कहाकि भारत में इसबार योग दिवस हम एक ऐसे समय पर मना रहे हैं, जब देश अपनी आजादी के 75वें वर्ष का पर्व मना रहा है, अमृत महोत्सव मना रहा है। उन्होंने कहाकि योग दिवस की यह व्यापकता, यह स्वीकार्यता भारत की उस अमृत भावना की स्वीकार्यता है, जिसने भारत के स्वतंत्रता संग्राम को ऊर्जा दी थी। प्रधानमंत्री ने कहाकि यही कारण हैकि देशभर के उन 75 प्रमुख स्थलों पर विराट योग प्रदर्शनों का आयोजन किया गया है, जो भारत के गौरवशाली इतिहास के साक्षी रहे हैं तथा जो सांस्कृतिक ऊर्जा के केंद्र रहे हैं। उन्होंने कहाकि भारत के ऐतिहासिक स्थलों पर सामूहिक योगाभ्यास का अनुभव भारत के अतीत, भारत की विविधता और भारत के विस्तार को एकसूत्र में पिरोने जैसा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभिनव कार्यक्रम ‘गार्डियन योग रिंग’ के बारेमें भी बताया, जो विदेश में भारतीय मिशनों केसाथ-साथ 79 देशों और संयुक्त राष्ट्र संगठनों केकिए जानेवाले सामूहिक योगाभ्यास के जरिए योग की एकीकरण ऊर्जा का प्रदर्शन से सम्बंधित है तथा जिसने राष्ट्रीय सीमाओं को पार कर लिया है। उन्होंने कहाकि सूर्य जैसे-जैसे पूर्व से पश्चिम की तरफ बढ़ रहा है, योग में हिस्सा लेने वाले देशों में विराट योगाभ्यास हो रहा है। उन्होंने कहाकि अगर पृथ्वी के किसी एक बिंदु से देखा जाए तो ऐसा लगेगाकि यह सबकुछ एकके बाद एक लगभग बारी-बारी से घटित हो रहा है, यही है ‘वन सन, वन अर्थ’ की अवधारणा। उन्होंने कहाकि योग के ये प्रयोग स्वास्थ्य, संतुलन और सहयोग की अद्भुत प्रेरणा दे रहे हैं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि योग हमारे लिए केवल जीवन का अंग नहीं है, आज यह जीने का तरीका बन गया है। उन्होंने कहाकि योग किसी समय और स्थान विशेष तक सीमित नहीं है, हम कितने तनावपूर्ण माहौल में क्यों न हों, कुछ मिनट का ध्यान हमें शांत कर देता है, इसलिए हमें योग को एक अतिरिक्त काम के तौरपर नहीं लेना है, हमें योग को जानना भी है, जीना भी है, पाना भी है और योग को अपनाना भी है। उन्होंने कहाकि जब हम योग को जीना शुरू करते हैं तो योग दिवस योगाभ्यासभर करने केलिए नहीं, बल्कि हमारे स्वास्थ्य, आनंद और शांति के मंगलोत्सव का माध्यम बन जाता है।
प्रधानमंत्री ने कहाकि समय आ गया हैकि हम योग से जुड़ी अनंत संभावनाओं को पहचानें, हमारे युवा बड़ी संख्या में योग क्षेत्र में नए विचार लेकर आ रहे हैं। उन्होंने आयुष मंत्रालय के स्टार्ट-अप योग चैलेंज के विषय मेंभी बताया। प्रधानमंत्री ने योग को प्रोत्साहन और विकास में उत्कृष्ट प्रदर्शन केलिए प्रधानमंत्री पुरस्कार 2021 के विजेताओं को बधाई दी। आठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर्व को आजादी के अमृत महोत्सव केसाथ संलग्न करते हुए विराट योग प्रदर्शनों का आयोजन देशभर के 75 प्रमुख स्थलों पर किया गया है। यह आयोजन प्रधानमंत्री के मैसुरु में योगाभ्यास के साथ 75 केंद्रीय मंत्रियों की अगुवाई में हुआ। योगाभ्यास विभिन्न शैक्षिक, सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, औद्योगिक और सिविल सोसायटी संगठनों ने भी किया, इनमें देशभर के करोड़ों लोगों ने हिस्सा लिया। गौरतलब हैकि वर्ष 2015 से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस विश्व में हर वर्ष 21 जून को मनाया जा रहा है। मैसूरू पैलेस ग्राउंड में 8वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में कर्नाटक के गवर्नर थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, यदुवीर कृष्णा दाता चामराजा वाडीयार, राजमाता प्रमोदा देवी और केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल भी शामिल हुए।