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Thursday 24 January 2013 04:49:42 AM
इलाहाबाद। इलाहाबाद महाकुंभ में श्रद्धालुओं के सैलाब की देखरेख कर पाना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है। ऐसे में कुंभ परिसर की साफ़ सफाई तो और भी बड़ी चुनौती है, जिसमें मेले को मक्खी-मच्छर विहीन बनाने पर भी जोर दिया जा रहा है। इलाहाबाद कमिश्नर देवेश चतुर्वेदी और उनकी टीम के प्रयासों से मेले में सफाई व्यवस्था पर काफी ध्यान दिया गया है।
श्रद्धालुओं को किसी तरह की गंदगी का सामना न करना पड़े, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने कई तरह के उपाय कर रखे हैं। कुंभ मेले में तैनात अपर स्वास्थ्य निदेशक रमेश श्रीवास्तव, डॉ सुरेश, डॉ अरुण , डॉ आनंद सिंह, डॉ श्रीकांत ओझा ने बताया कि सफाई व्यवस्था के लिए मेले को 22 सैनिटेशन सर्किल और स्वास्थ्य महकमे ने 14 सेक्टरो को 22 सर्किल में बांटा है और प्रत्येक सर्किल में इंस्पेक्टरों की भी तैनाती की गई है, जिनके अंतर्गत मेट ( सफाईकर्मी ) आते हैं। सफाईकर्मियों के गैंग्स हैं, प्रत्येक गैंग में 12 सदस्य हैं। मेले में अब तक सफाईकर्मियों के 580 गैंग्स तैनात किए जा चुके हैं। सफाईकर्मियों को रोजाना सुबह 6 बजे से 11 और दोपहर 2 बजे से रात 8 बजे तक सफाई पर ज्यादा जोर देने के लिए कहा गया है।
मेले में केमिकल छिड़काव के लिए भी टीमें तैनात हैं। डीडीटी के छिड़काव के लिए 100 टीमें तैनात हैं। जहां पानी जमा है, वहां एंटी-लारवा स्प्रे के जरिए जीवाणुओं को नष्ट किया जा रहा है। फागिंग भी रोजाना की जा रही है। इसके अलावा 9 हाई प्रेशर मशीनें जिससे पैरिथ्रम, मैलिथिओन, डीडीवीपी और मैलिथिओन टेक्नीकल जैसे केमिकलों का सुबह और रात को छिड़काव कर बीमारी पैदा करने वाले विषाणुओं को नष्ट किया जा रहा है।