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Sunday 27 January 2013 10:10:13 AM
नई दिल्ली। जयपुर में साहित्य सम्मेलन में वरिष्ठ लेखक आशीष नंदी के कथित बयान कि ‘देश में भ्रष्टाचार के लिए दलित, पिछड़े वर्गों के लोग ही ज्यादा जिम्मेवार हैं’ की बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने न केवल कड़े शब्दों में निंदा की है, अपितु उनकी गिरफ़्तारी की मांग भी की है।
मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी की राजस्थान सरकार से मांग है कि वह तुरंत ही सख्त कानूनी धाराओं के तहत कार्रवाई सुनिश्चित करके जल्दी से जल्दी आशीष नंदी को जेल भेजे, वर्ना पूरे देश में इन वर्गों के लोगों को, इनके इस बयान के खिलाफ सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।
मायावती ने कहा कि साहित्य सम्मेलन के दौरान लेखक आशीष नंदी का दलित एवं पिछडे़ वर्गो के भ्रष्टाचार में ज्यादा लिप्त होने संबंधी बयान सत्य से बिल्कुल परे, तथ्यहीन, गलत, अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण, निंदनीय, जातिवादी मानसिकता से ग्रस्त है, जिसके लिए उन्हें देश के लोगों से तत्काल माफी भी मांगनी चाहिए। इस प्रकार का घोर जातिवादी बयान देने के लिए तत्काल आशीष नंदी को सम्मेलन से निकाल-बाहर करना चाहिए, सामाजिक वैमनस्य फैलाने वाले इस व्यक्ति के खिलाफ राजस्थान सरकार को तत्काल एससी/एसटी कानून सहित अन्य और सख्त कानूनी धाराओं के तहत कार्रवाई सुनिश्चित करनी चाहिए।
मायावती का कहना है कि इनके इस बयान से ऐसा भी प्रतीत होता है कि इनका यह बयान जान-बूझकर एक सोची-समझी साजिश के तहत इन वर्गों के लोगों को बदनाम करने के उद्देश्य से दिया गया है, इससे इनकी इन वर्गों के प्रति जातिवादी एवं हीन भावना साफतौर से जाहिर होती नज़र आती है।