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Friday 3 March 2017 05:04:17 AM
देहरादून। उत्तराखंड के राज्यपाल डॉ कृष्णकांत पाल ने आज राजभवन परिसर में वृक्षारोपण करके वसंतोत्सव-2017 की शुरूआत की। राज्यपाल ने कहा कि राजभवन में ‘पुष्प प्रदर्शनी’ का उद्देश्य केवल पुष्पों का प्रदर्शन नहीं है, बल्कि फूलों से किस प्रकार आर्थिक लाभ कमाया जा सकता है, इसके लिए प्रोत्साहित और जागरूक करना है। ‘वसंतोत्सव’ में राजभवन उद्यान शाखा और उत्तराखंड उद्यान विभाग के प्रयासों से राजभवन में लगाए गये विभिन्न प्रकार के फूलों के साथ-साथ वर्टिकल गार्डन, हर्बल गार्डन, एरोमैटिक गार्डन, स्पाइस गार्डन मशरूम व ताजे पुष्प, रंगोली, हैंगिंग पॉट्स, स्कूल चिल्ड्रन पेंटिंग प्रतियोगिता, कट फ्लावर, लूज़ फ्लावर प्रबंधन, फूलों के पॉटेड प्लांट्स आदि विशेष आकर्षण होंगे।
राज्यपाल ने मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि राजभवन में वसंतोत्सव का उद्देश्य मुख्य रूप से प्रदेश की जनता को फूलों की पैदावार से आर्थिक प्रगति तथा दैनिक प्रयोग में आने वाली हरी सब्जी व मसालों को कम लागत व कम से कम स्थान में किस प्रकार उगाया जा सकता है, यह भी दर्शाना है। उन्होंने कहा कि आज बाजार में अधिकांश फल, सब्जी व मसालों में कैमिकल की मिलावट हो रही है, जिनसे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचता है, यह आयोजन हर किसी को अपने घर में बनी छोटी क्यारियों व दीवारों के सहारे शुद्व फल व सब्जियों को उगाने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि जिनके पास पर्याप्त जगह हो वह इसे आजीविका से जोड़ सकते हैं। उद्यान विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राज्य गठन के समय मात्र 150 हैक्टेयर क्षेत्र में फूलों की खेती होती थी, जो अब 1400 हैक्टेयर तक विस्तृत हो चुकी है।
पुष्प प्रदर्शनी में काश्तकारों, आम नागरिकों को पुष्पोत्पादन की नई तकनीक तथा व्यावसायिक दृष्टि से लाभकारी प्रजाति के पुष्पों की जानकारी दी जाएगी। राज्यपाल की पहल पर विगत दो वर्ष से वसंतोत्सव का अभिन्न अंग बन चुके ‘डाक टिकट संग्रह प्रदर्शनी’ में इस वर्ष एक और आयाम जोड़ा गया है, जिसके तहत डाक टिकट संग्रह के शौकीन स्कूली बच्चों के संग्रह की प्रतियोगिता भी रखी गई है। पच्चीस स्कूली बच्चे अपना डाक टिकट संग्रह प्रदर्शित कर रहे हैं। निर्णायक मंडल से चयनित तीन श्रेष्ठ संग्रहकर्ता विद्यार्थियों को क्रमशः 5 हजार रुपये, 3 हजार रुपये और 2 हजार रुपये की नकद धनराशि देकर राज्यपाल पुरस्कृत करेंगे। बच्चों की चित्रकला प्रतियोगिता में राजकीय बाल गृहों के बच्चे भी प्रतिभाग करेंगे।
राज्यपाल ने बताया कि प्रदर्शनी को आम जनता के बीच लोकप्रिय, आकर्षक, सार्थक व बहुआयामी बनाने के लिए उद्यान विभाग, कृषि विभाग, वन अनुसंधान संस्थान देहरादून, जड़ी-बूटी पौध एवं विकास संस्थान गोपेश्वर सहित प्रथम बार टीएचडीसी, एनएचपीसी एवं व्यावसायिक बैंकों को भी प्रतिभाग हेतु आमंत्रित किया गया है, जिनके व्यापक जानकारी प्रदान करने के लिए स्टाल लगाए जाएंगे। देव संस्कृति विश्वविद्यालय के सहयोग से योगाभ्यास के प्रदर्शन से योग के प्रति लोगों को जागरुक किया जाएगा। आईटीबीपी की ओर से जूडो-कराटे का प्रदर्शन, आपदा प्रबंधन एवं तकनीकी उपयोग में लाए जाने वाले यत्रों का प्रदर्शन किया जाएगा।
राज्यपाल चार मार्च को डाकतार विभाग का टिकट भी जारी करेंगे, जिस पर उत्तराखंड की विशेष प्रजाति की ‘बद्री तुलसी’ के चित्र को दर्शाया जाएगा। जिला प्रशासन देहरादून के माध्यम से देहरादून के मल्टीप्लैक्स व सिनेमाघरों में पांच मिनट की डॉक्यूमेंट्री फिल्म का प्रदर्शन किया गया है। इस अवसर पर शहरी विकास सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम और उद्यान विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। उद्घाटन के पश्चात पुष्प प्रदर्शनी प्रतियोगिता दोपहर 12.30 बजे से सांय 6.00 बजे तक जन सामान्य हेतु खुली रहेगी। सायं 6.00 बजे से राजभवन में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।