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लखनऊ। रानी लक्ष्मी बाई मेमोरियल स्कूल विकासनगर, लखनऊ का वार्षिक समारोह 19 जनवरी को अमर शहीद कैप्टन अंशू सक्सेना सभागार में हुआ। समारोह का उद्घाटन संस्था के संस्थापक-प्रबंधक जयपाल सिंह ने दीप प्रज्वलित कर तथा अमर शहीदों के चित्रों पर माल्यार्पण करके किया। रंगारंग और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आरंभ सरस्वती वंदना से हुआ। भारतीय संस्कृति की सत्यता को दर्शाते हुए रामायण के अंगद-रावण संवाद, भोलाराम का जीव, माँ कहे एक कहानी, पर प्रकाश डालने वाले लघु नाटक की उत्कृष्ट प्रस्तुति ने दर्शकों को बांध लिया। छात्रा अंजलि त्रिपाठी ने मन के हारे हार, छात्रा अंशिमा पांडेय ने किसी की खातिर अल्लाह होगा, किसी की खातिर राम, लेकिन मेरी खातिर तो है माँ ही चारों धाम पर प्रस्तुति दी। बच्चों ने हम होंगे कामयाब, वहीं है तेरा रखवाला का ग्रुप स्वांग, ऐ मेरे प्यारे वतन ऐ मेरे बिछड़े चमन, कंधों से मिलते हैं कंधे, का गीत भी प्रस्तुत किया। बच्चों ने राजस्थानी, पंजाबी, तमिल, महिला शक्ति पर नृत्य प्रस्तुत किया। योगा पर बच्चों ने कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
संस्था के संस्थापक प्रबंधक जयपाल सिंह ने मेधावी विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति तथा पुरस्कार देकर उनका उत्साहवर्धन किया और समारोह को सफल बनाने के लिये छात्रों के प्रयासों की सराहना भी की। समारोह में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं कार्तिक पंत, ऐश्वर्य गुप्ता, मोहम्मद दानिश, मंथन सक्सेना, आकांक्षा सिंह, रोशनी बाजपेई, भाव्या शर्मा, अर्जित श्रीवास्तव, सुष्मिता यादव, धीरेंद्र कुमार, मीनाक्षी रावत, प्रभात कुमार मौर्या, प्रभात सिंह को उनके योगदान के लिये प्रशंसित कर पुरस्कृत किया। विद्यालय के सचिव मधुसूदन दीक्षित ने छात्र-छात्राओं एवं उनके अभिभावकों को धन्यवाद दिया और विद्यालय की प्रधानाचार्या मनोरमा उपाध्याय ने आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत ग्रांड फिनाले सर पर हिमालय का क्षत्र है, चरणों में नदियाँ एकत्र हैं से हुआ।