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नई दिल्ली। नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने लोक सभा में बताया है कि अपने पायलटों के एक वर्ग के विरोध प्रदर्शन की वजह से, एअर इंडिया केरल-खाड़ी मार्ग पर 7 मई, 2012 से अपनी सेवाओं में कटौती करके 45 उड़ानें प्रति सप्ताह से 42 उड़ानें सप्ताह करने पर बाध्य हुई। इसी प्रकार एअर इंडिया एक्सप्रेस भी केरल-खाड़ी मार्ग पर अपनी कुछ सेवाओं में कटौती करने पर बाध्य थी। ग्रीष्म 2012 अनुसूची के अनुसार, केरल-खाड़ी मार्ग पर एअर इंडिया एक्सप्रेस की प्रति सप्ताह 77 उड़ानें थीं, जिनमें 20 प्रतिशत की कमी की गई, तथापि, रद्द या पुनसंरचित उड़ानों के यात्रियों को, उनकी इच्छानुसार, एअर इंडिया या एअर इंडिया एक्सप्रेस की अन्य उड़ानों में समायोजित किया गया अथवा उन्हें पूर्ण धन की वापसी कर दी गई।
उन्होंने बताया कि अभ्यावेदनों को एअर इंडिया के विचारार्थ भेजा गया। पायलटों के हड़ताल वापस ले लिए जाने के बाद, एअर इंडिया फिलहाल अपने नेटवर्क की उन उड़ानों और मार्गों की पुन: बहाली करने की प्रक्रिया में है, जिनमें पायलटों की हड़ताल की वजह से कटौती की गई या पुनसंरचना की गई। उन्होंने सदन को यह भी जानकारी दी कि वर्तमान में, एअर इंडिया के पास खाड़ी-केरल मार्ग पर त्यौहार या अवकाश के सीजन के दौरान अतिरिक्त उड़ानें प्रचालित करने लायक संसाधन नहीं हैं। व्यस्ततम सीजन को देखते हुए, एअर इंडिया एक्सप्रेस सर्वाधिक मांग वाले दिनों में प्रति सप्ताह 77 उड़ानें प्रचालित कर रही है। एअर इंडिया 17 सितंबर 2012 से संपूर्ण ग्रीष्म अनुसूची को पुन: बहाल कर देगी और अतिरिक्त उड़ानें भी जोड़ेगी। एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस के अतिरिक्त, केरल-खाड़ी मार्ग पर इंडिगो प्रति सप्ताह 7 उड़ानें और जेट एयरवेज प्रति सप्ताह 35 उड़ानें प्रचालित कर रही हैं।