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Wednesday 09 January 2013 03:08:02 AM
नई दिल्ली। श्रम एवं रोजगार मंत्री मल्लिकार्जुन खरगे ने स्थाई श्रम समिति के 45वें सत्र का उद्घाटन करते हुए कहा है कि आर्थिक वृद्धि के साथ श्रमिकों की सुरक्षा से देश के सतत् विकास का आधार बनेगा। उन्होंने श्रमिकों की सामान्य स्थिति खासकर समाज के कमज़ोर तबकों के सुधारने पर बल दिया। उनके अनुसार मानव श्रम की प्रतिष्ठा और कार्य बल के हितों की रक्षा हमारी नीति का मूल होना चाहिए। इस संबंध में उन्होंने मनरेगा और अन्य योजनाओं का नाम लिया जिससे ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन रूका है।स्थाई श्रम समिति ने 45 वें भारतीय श्रम सम्मेलन के लिए कार्यसूची इस प्रकार है- केंद्र और राज्य सरकारों की विभिन्न योजनाओं (आंगनवाड़ी, मिड-डे मील, आवास, सर्व शिक्षा अभियान) और विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों की योजनाओं में कार्यरत विभिन्न श्रेणी के कर्मियों की सेवा शर्तें, वेतन और सामाजिक सुरक्षा। स्वरोजगार सहित सभी कर्मियों के निर्धारित पेंशन की सामाजिक सुरक्षा। सूक्ष्म और लघु उद्यमियों के लिए श्रम कानून। रोज़गार और रोज़गार क्षमता बढ़ाने के उपाय।
पृथ्वी मांझी श्रम एवं रोजगार मंत्री, असम, जनार्दन सिंह सिगरीवाल श्रम संसाधन विभाग मंत्री बिहार, चंद्रशेखर साहू श्रम विभाग मंत्री, छत्तीसगढ़, पंडित शिव चरण लाल शर्मा श्रम एवं रोजगार मंत्री हरियाणा, अब्दुल गनी मलिक उच्च शिक्षा, श्रम एवं रोजगार मंत्री जम्मू-कश्मीर, शिबू बेबी जॉन श्रम मंत्री केरल, मांगीलाल गरसिया श्रम एवं रोजगार विभाग, राज्यमंत्री राजस्थान, हरिशचंद्र दुर्गापाल श्रम एवं रोजगार मंत्री उत्तराखंड राज्य के श्रम मंत्रियों ने स्थाई श्रम समिति के अधिवेशन में भाग लिया।