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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने मुंबई के ताज होटल में बर्बर आतंकवादी हमले का शिकार हुए लोगों का स्मरण करते हुए और शोक संवेदनाएं प्रकट करते हुए कहा कि पूरा देश शोकसंतप्त परिवारों के साथ खड़ा है। हम आम मुंबईकर के साहस, एकता और संकल्प के साथ हमले के दौरान अपने सैन्यबलों की बहादुरी और निस्वार्थ कार्रवाई को भी सलाम करते हैं।
मुंबई हमले की बरसी पर अपने संबोधन में कहा कि दो वर्ष पहले आज ही के दिन मुंबई में नृशंस आतंकी हमला हुआ था, जिसमें सैंकड़ो निर्दोष लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। भारतीय लोगों की यही भावना इस तरह की ताकतों को हराएगी, जो हमारी सामाजिक संरचना और जीवनधारा के लिए खतरा हैं। उन्होंने कहा कि हम अपने दुश्मनों के आगे कभी नहीं झुकेंगे। हम मानवता के खिलाफ इस अपराध के साजिशकर्ताओं को कानून के दायरे में लाने के अपने प्रयासों को दुगना करने की शपथ लेते हैं।
रक्षामंत्री एके एंटनी ने भी मुंबई में 26/11 के नृशंस हमले को पड़ोसी देश का खतरनाक और घृणित कृत्य बताया। उन्होंने देश के इस संकल्प को दोहराया कि आतंकवादियों को देश में 26/11 जैसे नृशंस हमले की पुनरावृत्ति नहीं करने देंगे। मुंबई हमले की दूसरी बरसी पर एक संदेश में उन्होंने कहा कि यह हमला हमारे पड़ोस की अस्थिर एवं खतरनाक स्थिति का घृणित कृत्य है, इस पर लगातार निगरानी रखे जाने की जरूरत है । उन्होंने कहा कि उनके विचार इस हमले में मारे गए लोगों एवं शहीद हुए सुरक्षा कर्मियों के परिवारों तक पहुंचने चाहिएं।