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Thursday 7 November 2013 08:28:01 AM
केप टाउन। भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि भारत स्वास्थ्य निगरानी प्रणाली के क्षेत्र में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि गैर-संचारी रोगों को भी स्वास्थ्य निगरानी प्रणाली के अंतर्गत लाया जाना चाहिए। वे आज दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन में ब्रिक्स देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के तीसरे सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
गुलाम नबी आजाद ने ब्रिक्स देशों के बीच सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि आपसी हितों संबंधी समकालीन विश्व मुद्दों पर सहयोग, परामर्श और समन्वय करने के लिए ब्रिक्स देशों का मंच बहुत महत्वपूर्ण हो गया है। उन्होंने कहा कि दुनिया की आबादी में ब्रिक्स देशों का हिस्सा 43 प्रतिशत है। उन्होंने मेडिकल शिक्षा और प्रशिक्षण, क्षमता उन्नयन, सस्ती दरों पर बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने, जैव प्रौद्योगिकी, दवाओं की खोज और विकास तथा टीकों के विकास सहित भारतीय पारंपरिक चिकित्सा के क्षेत्र में ब्रिक्स देशों के बीच योगदान बढ़ाने का प्रस्ताव किया।
इस अवसर पर दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री डॉ पकीशे ऐरोन मोटसोआलेदी, ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्री एलेक्जांद्रे पडिलहा, रूस की स्वास्थ्य मंत्री वेरोनिका स्किवोरत्सोवा, चीन की स्वास्थ्य मंत्री ली बिन, विश्व स्वास्थ्य संगठन के क्षेत्रीय निदेशक डॉ लुइस सांबो, यूएन-एड्स के कार्यकारी निदेशक मिशेल सिदीबे सहित विभिन्न गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।