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Tuesday 13 November 2018 01:40:53 PM
आबूधाबी/ नई दिल्ली। आबूधाबी की राष्ट्रीय तेल कंपनी एडनॉक ने कर्नाटक के पदूर में भारतीय कंपनी इंडियन पेट्रोलियम रिज़र्व लिमिटेड-आईएसपीआरएल के कच्चे तेल के भंडारण के लिए बनाई गई भूमिगत भंडारण सुविधा का लाभ लेने के लिए आईएसपीआरएल के साथ आबूधाबी में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। आबूधाबी अतंर्राष्ट्रीय पेट्रोलियम प्रदर्शनी और सम्मेलन से इतर एडनॉक के विपणन, बिक्री और ट्रेडिंग विभाग के निदेशक अब्दुल्ला सलेम अल दाहेरी और आईएसपीआरएल के प्रबंध निदेशक एचपीएस आहूजा की ओर से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर संयुक्त अरब अमीरात के राज्यमंत्री और एडनॉक समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ सुल्तान अहमद अल जबैर और भारत के केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान उपस्थित थे।
सुल्तान अहमद अल जबेर ने कहा कि भारत सऊदी अरब के लिए एक बड़ा तेल बाज़ार है, ऐसे में भारत और सऊदी अरब की तेल कंपनियों के बीच साझेदारी से एक-दूसरे के तेल संसाधनों का लाभ लेने के साथ ही इस क्षेत्र से जुड़े अनुभव भी साझा किए जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि समझौते से एडनॉक भारत को बड़ी मात्रा में कच्चे तेल का निर्यात करेगा, जिससे भारत की बढ़ती मांग पूरी हो सकेगी। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि समझौते से आईएसपीआरएल को एडनॉक के साथ मिलकर कर्नाटक के पदूर में कच्चे तेल के भंडारण के अवसरों को खोजने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह समझौता भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच तेल क्षेत्र में रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने का काम करेगा। गौरतलब है कि आईएसपीआरएल के पदूर में भूमिगत भंडारों में 2.5 मिलियन कच्चे तेल के भंडारण की क्षमता है और समझौते के तहत इनमें आपात जरूरतों के लिए कच्चे तेल का भंडारण किया जाएगा।
भारत में पेट्रोलियम भंडारण कार्यक्रम के तहत एडनॉक अकेली विदेशी तेल कंपनी है, जिसने यहां कच्चे तेल का निवेश किया है। एडनॉक इससे पहले आईएसपीआरएल की मंगलौर में भूमिगत भंडार सुविधा के लिए चार नवंबर को ही कच्चे तेल की खेप भेज चुकी है। मंगलौर में एडनॉक की ओर से भेजे गए 5.86 मिलियन बैरल कच्चे तेल का भंडारण किया जाएगा। आईएसपीआरएल ने 5.33 मिलियन टन क्षमता वाले तीन भूमिगत भंडार बनाए हैं, इनमें से विशाखापट्नम में भंडार की क्षमता 1.33 मिलियन टन, मंगलौर की 1.5 मिलियन टन और पदूर की 2.5 मिलियन टन है। यह तेल भंडार पिछले वित्तवर्ष के खपत आंकड़ों के अनुसार देश की साढ़े नौ दिन की तेल जरूरतें पूरी कर सकते हैं। भारत सरकार ने ओडिशा के चांदीखोल में 40 मिलियन टन और पदूर में 2.5 मिलियन टन क्षमता वाले दो नए तेल भंडार बनाए जाने की घोषणा जून 2018 में की थी। मौजूदा तेल भंडार और नए बनाए जाने वाले तेल भंडार मिलकर देश की 21 दिन की तेल जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होंगे।