स्वतंत्र आवाज़
word map

हिंदूओं पर भारी संकट आया-चंपत राय

अयोध्या में संत धर्माचार्यों की महत्वपूर्ण बैठक

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

अयोध्या। हिंदू समाज अपने मान बिंदुओं के सम्मान की लड़ाई लगातार लड़ता आ रहा है, संतों का मंत्र और विहिप का तंत्र सदैव अपने धार्मिक मानबिंदुओं की रक्षा के लिए तत्पर रहा है, हिंदू अगर अपनी परंपरा और संस्कृति को छोड़ देगा तो वह विश्व के मानचित्र से समाप्त हो जायेगा, इसलिए अपनी परंपरा, संस्कृति को बचाने के लिए संघर्ष तो करना ही पड़ेगा। यह विचार विश्व हिंदू परिषद के नवनियुक्त अंतर्राष्ट्रीय महामंत्री चम्पत राय ने जानकी घाट स्थित सर्वभौम दार्शनिक आश्रम में अयोध्या के संत धर्माचार्यो के बीच व्यक्त किए। उन्होने केंद्र सरकार की 27 प्रतिशत ओबीसी के आरक्षण में से 4.5 प्रतिशत मुसलमानों को आरक्षण दिए जाने की घोषणा को तुष्टिकरण की पराकाष्ठा बताते हुए कहा कि इस प्रकार हिंदूओं पर एक बार फिर भारी संकट आया है, मुस्लिम वोट बैंक के सामने नतमस्तक कांग्रेस सरकार देश के विभाजन की नीव खोद रही है, इससे सावधान रहने की आवश्यकता है, इस पर राष्ट्रव्यापी जनजागरण अभियान चलाया जायेगा।
चंपत राय, संत-धर्माचार्यो के बीच आशीर्वाद हेतु उपस्थित थे। इस अवसर पर संतों की बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता मणिराम छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास महाराज ने की। संतो के बीच चंपत राय ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि पर किए गए उत्खनन मे प्राप्त भगवा अवशेष और कई प्रकार से तथ्य हिंदू समाज के विश्वास को बल प्रदान करने वाले हैं। उन्होंने कहा समाज को जोड़ने के लिए विश्व हिंदू परिषद ने सदैव संत-धर्माचार्यो के नेतृत्व में अनेक प्रकार के राष्ट्रव्यापी अभियान चलाये हैं, आज श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए सम्पूर्ण हिंदू समाज उनके नेतृत्व में संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा अयोध्या ने सदैव असत्य पर विजय प्राप्त की है, यह भगवान श्रीराम की जन्मभूमि है, इसे हम अब गुलाम नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा हम कागज के टुकडे पर हस्ताक्षर कर नागरिक नहीं बने हैं, बल्कि यह धरती हमारी मॉ है और प्रभु श्रीराम हमारे आराध्य।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में महंत कमल नयन दास ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद ने सदैव लक्ष्य भेदी कार्यकर्ताओं के माध्यम से समाज की समस्याओं का समाधान किया है, चंपत राय अंतर्राष्ट्रीय महामंत्री के दायित्व का निर्वहन करते हुए देश की वर्तमान समस्याओं पर मुखर होंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्र आज क्षेत्रवाद, जातिवाद से जूझ रहा है, अब अंतर्राष्ट्रीय षडयंत्र के तहत मुगलिस्तान और इसाईलैंड जैसी समस्याओं से भी दो-चार होना पड़ेगा। संत धर्माचार्यो और विश्व हिंदू परिषद ने धार्मिक मानबिंदुओं के साथ ही राष्ट्रव्यापी समस्याओं के निराकरण के लिए सदैव जन जागरण किया है।
बैठक को महंत कन्हैया दास, महंत गोविन्द दास, महंत नृसिंह दास, महंत जर्नादन दास, महंत अवध किशोर दास, महंत राम शंकर दास, स्वामी विजयानंद गिरि, डॉ राघवेश दास वेदान्ती, महंत राम बालक दास, मनी राम दास, महंत राम मिलन दास, रामायणी राम कृपाल दास, रामायणी राम षंकर दास, महंत राम सेवक दास, महंत जानकी घाट, जयपुर मंदिर के महंत, महंत बृज मोहन दास, मंहत पवन दास, महानगर संयोजक राजू दास आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर कारसेवकपुरम् प्रभारी प्रकाश अवस्थी, सुरेंद्र सिंह, गया प्रसाद, राजेश, विजय, डॉ हरिभान, शशि भूषण त्रिपाठी, दीपक ओझा आदि उपस्थित थे।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]