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मैंगोंग। अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस के शताब्दी समारोहों को उन लोगों के लिए, जो मानव गरिमा और स्वतंत्रता का आदर करते हैं, यादगार क्षण बताते हुए, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों ने सिद्ध कर दिया है कि भारत और दक्षिण अफ्रीका ने अनेक अंतर्राष्ट्रीय जटिल मुद्दों पर अपनी स्थितियों में तालमेल किया है। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा को भेजे एक संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी की शुरूआत ने अंतर्राष्ट्रीय जगत में एक नाटकीय मोड़ देखा है और दक्षिण के देशों में आर्थिक और राजनीतिक सहयोग बढ़ रहा है, उनसे अपेक्षा की जाती है कि वह अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। आज भारत और दक्षिण अफ्रीका दोनों ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और जी-20 में साथ-साथ बैठते हैं और आईबीएसए और बीआरआईसीएस में भागीदार हैं।
वाणिज्य, उद्योग और वस्त्र मंत्री आनंद शर्मा ने जोकि अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस के शताब्दी समारोहों में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं ने, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा से मुलाकात कर उन्हें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का संदेश दिया। जैकब जुमा अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं। शताब्दी समारोह मैंगोंग (ब्लोमफॉटेन) शहर में हो रहा है। सोनिया गांधी ने अपने संदेश में कांग्रेस के पुराने दिनों को याद किया, जब दोनों देशों के राष्ट्रीय नायक एक ही होते थे। उन्होंने याद दिलाया कि महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका में 22 वर्ष तक तब रहे जब उन्होंने सत्याग्रह और अहिंसा के अपने विचार सुनिश्चित किए। उन्होंने याद दिलाया कि मदीबा (राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला) ने तब नैतिक सुदृढ़ता और सुलह सफाई की प्रक्रिया को मजबूत बनाया जब दक्षिण अफ्रीका एक राष्ट्र के रूप में उभर रहा था।
सोनिया गांधी ने समारोहों में निमंत्रण के लिए राष्ट्रपति जुमा को धन्यवाद दिया। उन्होंने संदेश में लिखा कि भारत का प्रतिनिधित्व वरिष्ठ नेताओं का शिष्टमंडल कर रहा है, जिसमें वे लोग शामिल हैं, जो रंगभेद के खिलाफ संघर्षरत रहे हैं, उन्हें सम्मान और एकजुटता प्रकट करने के लिए भेजा गया है। राष्ट्रपति ने संदेश के लिए आनंद शर्मा को धन्यवाद दिया और कहा कि अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस उन ऐतिहासिक और भाई-चारे के संबंधों में बंधी हुई हैं, जो स्वतंत्रता और न्याय के लिए अनेक वर्षों तक संघर्ष करने के बाद विकसित हुए हैं। आनंद शर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि भारत अफ्रीका के साथ पारस्परिक संबंधों को निरंतर महत्व देता रहा है, अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, पार्टी स्तर पर घनिष्ट संबंध रखेंगे।