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लखनऊ। ऑल इंडिया जमीअतउल मंसूर की प्रदेश ईकाई की बैठक संस्था के कार्यालय में हुई जिसमें समाज की दर्जनों तन्जीमों ने हिस्सा लेकर तय किया कि मंसूरी समाज के लोग मुस्लिम पिछड़े आरक्षण की लड़ाई राज्य के पूर्व आईएएस अधिकारी अनीस अंसारी के नेतृत्व में लड़ेगा। बैठक की अध्यक्षता करते हुए संस्था के प्रदेश अध्यक्ष हाजी मशरूर अहमद मंसूरी ने बताया कि जमीअतउल मंसूर संस्था का गठन सिर्फ मंसूरियों के हक की लड़ाई के लिए किया गया है जबकि आरक्षण सम्बन्धी मामले में मुसलमानों की और बिरादरियों को भी लाभ मिलेगा, इसलिए यह लड़ाई सभी बिरादरियों के सर्वमान्य नेता के साथ ही लड़नी होगी।
हाजी मंसूरी ने बताया कि पूर्व उपमुख्य सचिव अनीस अन्सारी ने पिछड़े मुसलमानों की लड़ाई के लिए जफरयाब जिलानी और अन्य लोगों के साथ मुस्लिम दलित आरक्षण आन्दोलन नामक संगठन का गठन किया है जिसके समन्वयक अनीस अन्सारी हैं। उनको अपना नेता मानकर आन्दोलन की लड़ाई लड़ने का फैसला किया गया है। संस्था के महामंत्री हाजी सलीम अहमद मंसूरी ने बताया कि जबसे उच्चतम न्यायालय का मुस्लिम आरक्षण के बारे में निर्णय आया है, उसके बाद रोजाना ही मोर्चा बना और पिछड़े मुसलमानों की लड़ाई लड़ने का कुछ नेताओं का पेशा बन गया है। मंसूरी ने बताया कि आरक्षण जैसा गम्भीर मामला अनीस अन्सारी जैसे सुलझे, कुशल, अनुभवी नेता और पूर्व आईएएस अधिकारी के नेतृत्व में ही लड़कर सफलता पाई जा सकती है। बैठक में मंसूरी समाज के नेता हाजी रबी उल्ला मंसूरी, नबी अहमद मंसूरी, शाकिर मंसूरी, नौशाद मंसूरी, नईम मंसूरी, बेगम बिलकिस बानो सहित मंसूरी बिरादरी की अनेक तन्जीमों के लोगों ने सम्बोधित किया।