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Monday 25 March 2013 08:59:42 AM
लखनऊ। उप्र कांग्रेस कमेटी की पूर्व अध्यक्ष एवं कैंट विधायक रीता बहुगुणा जोशी ने केजीएमयू पहुंचकर आंदोलनरत एमबीबीएस डाक्टरों के धरने में शामिल होकर अपना समर्थन दिया तथा कहा कि एमबीबीएस डाक्टरों की मांगें तुरंत मानी जाएं। ज्ञातव्य है कि 39 दिनों से केजीएमयू के गेट पर उप्र के एमबीबीएस डाक्टरों की हड़ताल चल रही है। डाक्टर पिछले कई दिनों से आमरण अनशन पर हैं, परंतु सरकार उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है। रीता बहुगुणा जोशी व डॉ नीरज बोरा हड़तालियों व शासन के बीच मध्यस्थता कर रहे हैं, परंतु कोई नतीजा नहीं निकला है। रीता जोशी ने डाक्टरों की मांगे माने जाने हेतु पत्र लिखकर मुख्यमंत्री को वस्तुस्थिति की सही जानकारी से अवगत कराते हुए परीक्षा कराने के निर्णय को वापस लेने के संबंध में अनुरोध किया है।
हड़ताली डाक्टरों के धरने को समर्थन देकर धरने में शामिल रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देश पर परास्नातक (पीजी) के प्रवेश हेतु अखिल भारतीय परीक्षा नवंबर माह में पूर्ण हो चुकी हैं, केवल 2 राज्यों को छोड़कर सभी राज्यों ने अपनी प्रदेश स्तरीय परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं, परंतु उत्तर प्रदेश 31 मार्च को परीक्षा करवाने पर आमादा है। रीता जोशी ने कहा कि यह मामला एक बड़े घोटाले का संकेत दे रहा है, जो कहीं न कहीं सरकार की ईमानदारी पर संदेह पैदा करता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अधिकारी गुमराह कर रहे हैं, उन्हें चाहिए कि प्रदेश की परीक्षा तत्काल स्थगित कर दें और राष्ट्रीय परीक्षा के आधार पर भर्ती हो। रीता बहुगुणा जोशी के साथ डॉ नीरज बोरा, जीशान हैदर, अजय कुमार सिंह‘अज्जू’, मुकेश सिंह चौहान, शबनम पांडेय आदि कांग्रेसजन धरने पर मौजूद रहे।