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अनुपम खेर की सम्मोहक मास्टरक्लास

इफ्फी में नेवर गिव अप जीवनदर्शन से दर्शक मंत्रमुग्ध

भारतीय सिनेमा के आकर्षक व्यक्तित्व और अभिनेता

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Sunday 24 November 2024 02:44:31 PM

anupam kher's mesmerizing master class

पणजी। भारतीय सिनेमा के बेहतरीन अभिनेताओं में से एक अनुपम खेर ने 55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के चौथे दिन कला अकादमी पणजी में एक सम्मोहक मास्टरक्लास में छात्रों और प्रतिनिधियों को असफलताओं से सफल होने की अपनी कहानी से मंत्रमुग्ध कर दिया। अनुपम खेर ने ‘असफलता की शक्ति’ विषय पर सत्र की शुरुआत यह कहकर कीकि उन्हें लगता हैकि वे खुद अपनी असफलताओं से सफल होने की एक कहानी हैं। पूरा सत्र जीवन के पाठों पर एक मास्टरक्लास था, जिसमें अनुपम खेर के व्यक्तिगत जीवन की कई कहानियां थीं, जो उनके ज्ञान से सुशोभित थीं।
अभिनेता अनुपम खेर ने कहाकि उनकी कहानी शिमला से शुरू हुई, जहां चौदह सदस्यों के एक संयुक्त परिवार ने एकही कमरे में अपना जीवन बिताया, जिसमें उनके पिता एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। उनके शब्दों में वह ग़रीब थे, लेकिन आश्चर्यजनक रूपसे खुश थे और उनके दादाजी की कही एक बातकि जब लोग बहुत ग़रीब होते हैं तो उनके लिए सबसे सस्ती चीज खुशी होती है, जो उनके लिए यादगार है। अनुपम खेर उस समय को याद करते हैं, जब उन्होंने पहलीबार स्कूल के एक नाटक में अभिनय किया था, तब वह पांचवीं कक्षा में थे। उन्होंने कहाकि जब वह सांत्वना पुरस्कार जीतने में असफल रहे तो वह दुखी हो गए, उस दिन उनके पिता ने उनसे कहा थाकि असफलता एक घटना है, एक व्यक्ति नहीं।
अनुपम खेर ने विलियम शेक्सपियर के नाटक 'मर्चेंट ऑफ वेनिस' में उन्हें दिएगए संवाद की 2 पंक्तियों में 27 गलतियां कीं, यह बात उस समय की है, जब नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के गोल्ड मेडलिस्ट के रूपमें पहलीबार मुंबई आए। अनुपम खेर ने कहाकि चूंकि वे पहले सेही एनएसडी गोल्ड मेडलिस्ट थे, इसलिए उन्हें पहले मौके पर ही सपनों के शहर मुंबई में अपनी जीत का विश्वास था, लेकिन कुछही महीनों में उन्हें रहने केलिए बांद्रा पूर्व रेलवे स्टेशन पर शिफ्ट होना पड़ा, जहां वह 27 दिन तक रहे। कई उतार-चढ़ाव केबाद अनुपम खेर की फिल्म 'सारांश' को पुरस्कृत किया गया। उन्होंने याद कियाकि 1984 में उन्होंने पहलीबार दिल्ली में इफ्फी का दौरा किया था और इस मास्टरक्लास केसाथ इफ्फी में उनकी पहली यात्रा को 40 साल हो गए हैं।
अनुपम खेर का जीवन उतार-चढ़ाव भरा रहा है, लेकिन हर बुरे दौर में चाहे फिल्म 'हम आपके हैं कौन' की शूटिंग के दौरान उन्हें चेहरे पर लकवा हो गया हो या वह समय, जब वह 2004 में लगभग दिवालिया हो गए थे, हरबार उन्होंने अपने पिता और दादा से मिली सीख पर ही काम किया। अनुपम खेर की उतार-चढ़ाव भरी जीवनयात्रा को सुनकर दर्शक अवाक रह गए। अपने आकर्षक व्यक्तित्व, संवाद और अभिनय से 68 वर्षीय अनुभवी अभिनेता अनुपम खेर ने 'नेवर गिव अप' जैसे अपने जीवनदर्शन के टॉनिक से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

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