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'सत्यजीत रे का सिनेमाई दर्शन गागर में सागर'

आस्ट्रेलियाई निर्देशक सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट से सम्मानित

इफ्फी समापन समारोह में गोवा के सीएम व शेखर कपूर ने ​दिया सम्मान

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 29 November 2024 02:43:31 PM

phillip noyce honoured with satyajit ray lifetime achievement award

पणजी। प्रसिद्ध आस्ट्रेलियाई निर्देशक फिलिप नॉयस को गोवा में 54वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के भव्य समापन समारोह में सिनेमा में उत्कृष्टता केलिए प्रतिष्ठित सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट से सम्मानित किया गया। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और आईएफएफआई महोत्सव के निदेशक शेखर कपूर ने उन्हें यह सम्मान प्रदान किया। फिलिप नॉयस ने इस मौके पर 1978 में मुंबई में सिनेमा देखने के अपने पहले अनुभव को याद करते हुए भारतीय दर्शकों की हृदय से सराहना की और कहाकि यह उनके लिए अद्भुद अनुभव था, ऐसा लगा जैसे वे पहलीबार फिल्म देख रहे हैं। उनका कहना थाकि भारतीय दर्शक दूसरे सभीसे अलग हैं, वे फ़िल्म की भावना में पूरी तरह से डूब जाते हैं जैसेकि वे इसका हिस्सा हों, भारतीय दर्शकों जैसा कोई दूसरा नहीं है। उन्होंने भारतीय सिनेमा के व्यापक प्रभाव को स्वीकार करते हुए कहाकि भारत हर वर्ष फीचर फ़िल्मों का दुनिया का सबसे बड़ा निर्माता है।
आस्ट्रेलियाई निर्देशक फिलिप नॉयस ने महान भारतीय फिल्म निर्माता सत्यजीत रे को याद करते हुए कहाकि ऑस्ट्रेलिया में पले-बढ़े हम सभी सत्यजीत रे के काम से प्रेरित हैं, मैंने अपने काम में उनके दृष्टिकोण को खासकर कास्टिंग करते समय अपनाया है, सत्यजीत रे की तरह जब मुझे अपनी फिल्मों केलिए स्वदेशी ऑस्ट्रेलियाई अभिनेता नहीं मिल रहे थे तो मैंने जमीनी लोगों को कास्ट करने की कोशिश की। उन्होंने सत्यजीत रे केप्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहाकि ऑस्ट्रेलियाई सिनेमा की दुनियामें हम फिल्म निर्माता सत्यजीत रे के ऋणी हैं, जो किसीभी पुरस्कार से कहीं ज़्यादा है, उनका प्रभाव हमें मार्गदर्शन और प्रेरणा देता रहता है। सिनेमा के भविष्य पर पर फिलिप नोयस ने फिल्म निर्माण की विकसित होती स्थिति पर विचार साझा किए। उन्होंने कहाकि हमें एकबार फिर सत्यजीत रे के सिनेमाई दर्शन गागर में सागर भरने की ओर मुड़ना चाहिए, जैसे-जैसे तकनीक विकसित होती है, वैसे-वैसे हमें भी विकसित होना चाहिए, फ़िल्में भले ही छोटी हो पर विचारों को बड़ा होने दें, यही सिनेमा का भविष्य है।
फिलिप नॉयस ने आईएफएफआई महोत्सव के निदेशक शेखर कपूर की वैश्विक सिनेमा में उनके अटूट योगदान केलिए प्रशंसा की और उन्हें दुनियाभर के फिल्म निर्माताओं केलिए प्रेरक बताया। गौरतलब हैकि फिलिप नॉयस एक प्रसिद्ध और पुरस्कृत ऑस्ट्रेलियाई निर्देशक हैं। उनको उनकी उत्कृष्ट कथा प्रस्तुति की कला और रहस्यपूर्ण, सांस्कृतिक रूपसे सशक्त फ़िल्म निर्माण में महारत केलिए जाना जाता है। उनकी फ़िल्मोग्राफी में पैट्रियट गेम्स, क्लियर एंड प्रेजेंट डेंजर, साल्ट, द सेंट, द बोन कलेक्टर जैसी और कई प्रतिष्ठित फ़िल्में शामिल हैं। हैरिसन फ़ोर्ड, निकोल किडमैन, एंजेलिना जोली, डेनज़ल वाशिंगटन और माइकल केन जैसे प्रसिद्ध अभिनेताओं केसाथ उनके सहयोग ने सिनेमा पर उनके स्थायी प्रभाव को रेखांकित किया है। फिलिप नॉयस को कई पुरस्कार मिले हैं, जिनमें एएसीटीए पुरस्कार और प्रतिष्ठित लॉन्गफ़ोर्ड लेल लाइफ़टाइम अचीवमेंट पुरस्कार शामिल हैं, जो ऑस्ट्रेलियाई व अंतर्राष्ट्रीय सिनेमा दोनों पर उनके प्रभाव को सम्मानित करते हैं। प्रतिष्ठित सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार आईएफएफआई का एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मान है, जो मार्टिन स्कॉर्सेसे, बर्नार्डो बर्टोलुची, दिलीप कुमार, कार्लोस सौरा, क्रिज़्सटॉफ़ ज़ानुसी, वोंग कार-वाई और माइकल डगलस जैसे दिग्गजों को प्रदान किया जा चुका है। यह पुरस्कार सिनेमाई परिदृश्य को समृद्ध बनाने की दिशामें अद्वितीय योगदान देनेवाले व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है।

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