स्वतंत्र आवाज़
word map

रक्षामंत्री की डीआरडीओ मुख्यालय में बैठक

डीआरडीओ ने वर्ष '2025 को सुधारों का वर्ष' घोषित किया

देश के मजबूत रक्षा क्षेत्र के लिए डीआरडीओ की प्रशंसा

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 3 January 2025 01:52:36 PM

defense minister interaction with the drdo senior scientists and officials

नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ के 67वें स्थापना दिवस पर नई दिल्ली में डीआरडीओ मुख्यालय में वरिष्ठ वैज्ञानिकों और अधिकारियों से बातचीत की। रक्षामंत्री ने सशस्त्रबलों को अत्याधुनिक तकनीकों, उपकरणों से लैस करके देशकी स्वदेशी क्षमताओं को विकसित करने, निजी क्षेत्र केसाथ सहयोग करके रक्षा क्षेत्र को मजबूत करने केलिए डीआरडीओ की प्रशंसा की। रक्षामंत्री ने 2025 को सुधारों का वर्ष घोषित किए जाने पर कहाकि डीआरडीओ निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने डीआरडीओ से तेजीसे विकसित होरहे तकनीकी इकोसिस्टम केसाथ तालमेल बिठाते हुए आगे बढ़ने और आवश्यकताओं के अनुरूप उत्पाद तैयार करने का आह्वान किया। उन्होंने वैज्ञानिकों से तकनीकी रूपसे उन्नत देशों के उत्पादों और प्रक्रियाओं पर नज़र रखने और डीआरडीओ से दुनिया के सबसे मजबूत अनुसंधान एवं विकास संगठनों में से एक बनाने के उद्देश्य से विशिष्ट तकनीक विकसित करने का आग्रह किया। इस अवसर पर रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ भी उपस्थित थे। गौरतलब हैकि डीआरडीओ हर साल 1 जनवरी को अपना स्थापना दिवस मनाता है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहाकि डीआरडीओ की प्रत्येक प्रयोगशाला को 2-3 महत्वपूर्ण परियोजनाओं की पहचानकर उन्हें 2025 तक पूरा करना चाहिए। उन्होंने कहाकि डीआरडीओ के अगले स्थापना वर्ष तक हमारे पास ऐसी 100 परियोजनाएं होनी चाहिएं, जो पूरी की जा चुकी हों। राजनाथ सिंह ने निजी क्षेत्र केसाथ सहयोग बढ़ाने की दिशामें डीआरडीओ के प्रयासों की सराहना की, जिसमें डीआरडीओ को अपनी तकनीकें और पेटेंट तक मुफ्त पहुंच प्रदान करना शामिल है। उन्होंने डीआरडीओ से ऐसे और क्षेत्रोंकी पहचान करने का आग्रह किया, जो निजी क्षेत्र की भागीदारी को बढ़ा सकते हैं, क्योंकि एक राष्ट्र तभी प्रगति कर सकता है, जब हितधारक मिलकर काम करें। रक्षामंत्री ने डीआरडीओ से अपने अनुसंधान एवं विकास प्रयासों में स्टार्टअप को शामिल कर संभावनाओं को तलाशने का आग्रह किया, इससे विचारों के बहुमूल्य आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा और देश के रक्षा क्षेत्रको समय से नवीन तकनीकों केसाथ आगे आने का अवसर मिलेगा। उन्होंने सुझाव दियाकि प्रत्येक प्रयोगशाला को उद्योग जगत केसाथ बातचीत केलिए हर महीने दो दिन का समय तय करना चाहिए, प्रयोगशालाएं डीआरडीओ के कार्यों के बारेमें जागरुकता बढ़ा सकती हैं और युवाओं को राष्ट्र निर्माण में योगदान देने केलिए प्रेरित कर सकती हैं।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहाकि डीआरडीओ अपने समान संगठनों, शिक्षाविदों, उद्योग आदि केलिए उत्प्रेरक की भूमिका निभा सकता है, जो देशमें तकनीकी क्रांति लाने में मदद कर सकते हैं। उन्होंने कहाकि एक नया इकोसिस्टम बनाया जा सकता है, जो रक्षा क्षेत्र केसाथ दोहरी प्रौद्योगिकी क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए नागरिकों के जीवन में भी बड़ा बदलाव ला सकता है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ अध्यक्ष डॉ समीर वी कामत ने रक्षामंत्री को अनुसंधान विकास गतिविधियों, 2024 में डीआरडीओ की उपलब्धियों, उद्योग, स्टार्टअप, शिक्षा को बढ़ावा देने में डीआरडीओ की विभिन्न पहलों और 2025 केलिए डीआरडीओ के रोडमैप की जानकारी दी। उन्होंने कहाकि अबतक डीआरडीओ की विकसित प्रणालियों पर 1950 प्रौद्योगिकी हस्तांतरण भारतीय उद्योगों को सौंपे जा चुके हैं और 2024 में भारतीय उद्योगों केसाथ 256 लाइसेंसिंग समझौतों पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। डीआरडीओ अध्यक्ष ने कहाकि बीते साल मिशन मोड परियोजनाओं केलिए 19 से अधिक विकास सह उत्पादन भागीदारों तथा उत्पादन एजेंसियों का चयन किया गया था। डीआरडीओ परीक्षण सुविधाओं को उद्योगों केलिए खोल दिया गया है और बीते तीन वर्ष में निजी उद्योगों एवं डीपीएसयू केलिए 18000 से अधिक परीक्षण और इनमें 2024 में 5000 से अधिक परीक्षण किए गए। राजनाथ सिंह ने इस मौके पर लंबी दूरी की हाइपरसोनिक एंटी शिप मिसाइल की डिजाइन टीम कोभी सम्मानित किया।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]