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Wednesday 3 January 2024 04:56:04 PM
कवरत्ती (लक्षद्वीप)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के अमृतकाल में भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में लक्षद्वीप की सशक्त भूमिका को रेखांकित करते हुए आज लक्षद्वीप के कवरत्ती में विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास किया है, जो प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, जल संसाधन, स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा सहित कई क्षेत्रों को कवर करती हैं। प्रधानमंत्री ने लैपटॉप योजना के तहत छात्रों को लैपटॉप दिए और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत स्कूली छात्राओं को साइकिलें दीं। उन्होंने किसान और मछुआरें लाभार्थियों को पीएम किसान क्रेडिट कार्ड भी सौंपे। प्रधानमंत्री ने उपस्थित जनसमुह को संबोधित करते हुए कहाकि लक्षद्वीप का सौंदर्य शब्दों से परे है और नागरिकों से मिलने केलिए अगत्ती, बंगारम और कवरत्ती के अपने दौरे का उल्लेख किया। अभिभूत प्रधानमंत्री ने उनकी उपस्थिति केलिए उन्हें धन्यवाद देते हुए कहाकि भलेही लक्षद्वीप का भौगोलिक क्षेत्र छोटा है, लेकिन लोगों का दिल समंदर जितना विशाल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूरदराज, सीमावर्ती या तटीय और द्वीप क्षेत्रों की लंबे समय से उपेक्षा का जिक्र करते हुए कहाकि हमारी सरकार ने ऐसे क्षेत्रों को प्राथमिकता बनाया है। उन्होंने बुनियादी ढांचे, कनेक्टिविटी, पानी, स्वास्थ्य और बाल देखभाल से संबंधित परियोजनाओं केलिए क्षेत्र के लोगों को बधाई दी। प्रधानमंत्री ने लक्षद्वीप के विकास की दिशा में केंद्र सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डाला और प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) को अंतिम छोर तक पहुंचाने, प्रत्येक लाभार्थी को मुफ्त राशन उपलब्ध कराने, पीएम किसान क्रेडिट कार्ड और आयुष्मान कार्ड के वितरण व विकास तथा आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र के बारेमें जानकारी दी। उन्होंने कहाकि केंद्र सरकार सभी सरकारी योजनाओं को हर लाभार्थी तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है। प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के माध्यम से लाभार्थियों को धन वितरित करते समय बरती जाने वाली पारदर्शिता का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि इससे भ्रष्टाचार पर काफी हदतक अंकुश लगा है। उन्होंने लक्षद्वीप के लोगों को आश्वासन दियाकि उनके अधिकार छीनने की कोशिश करने वालों को किसीभी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
प्रधानमंत्री ने 2020 में 1000 दिन के भीतर तेज इंटरनेट सुनिश्चित करने के बारेमें उनकी दी गई गारंटी को याद किया, जो कोच्चि-लक्षद्वीप द्वीप समूह सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर कनेक्शन परियोजना के रूपमें समर्पित कर दी गई है और यह लक्षद्वीप के लोगों केलिए 100 गुना तेज इंटरनेट सुनिश्चित करेगी, इससे सरकारी सेवाओं, चिकित्सा उपचार, शिक्षा और डिजिटल बैंकिंग जैसी सुविधाओं में सुधार होगा। उन्होंने कहाकि लक्षद्वीप को लॉजिस्टिक हब के रूपमें विकसित करने की क्षमता को इससे ताकत मिलेगी। कदमत में लो टेम्परेचर थर्मल डिसेलिनेशन संयंत्र का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि लक्षद्वीप में हरघर तक नल से जल पहुंचाने का काम तेजगति से चल रहा है। प्रधानमंत्री ने लक्षद्वीप आगमन पर प्रसिद्ध पारिस्थितिकी विज्ञानी अली मानिकफान केसाथ अपनी बातचीत के बारेमें बताया और लक्षद्वीप द्वीपसमूह के संरक्षण की दिशा में उनके शोध एवं नवाचार पर प्रकाश डाला। उन्होंने वर्ष 2021 में अली मानिकफान को पद्मश्री से सम्मानित करने पर वर्तमान सरकार केप्रति अत्यधिक संतोष व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने रेखांकित कियाकि केंद्र सरकार लक्षद्वीप के युवाओं के नवाचार और शिक्षा का मार्ग प्रशस्त कर रही है, इस क्रम में उन्होंने आज छात्रों को साइकिलें व लैपटॉप सौंपने का उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते वर्षों में लक्षद्वीप में किसीभी शीर्ष शिक्षा संस्थान की अभाव की ओर इशारा किया, जिसके कारण द्वीपों से युवाओं का पलायन हुआ। उच्च शिक्षा संस्थान खोलने की दिशा में उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए उन्होंने एंड्रोट और कदमत द्वीपों में कला और विज्ञान केलिए शैक्षणिक संस्थानों और मिनिकॉय में पॉलिटेक्निक संस्थान की शुरुआत का उल्लेख किया और कहाकि इससे लक्षद्वीप के युवाओं को काफी फायदा हो रहा है। प्रधानमंत्री ने हज यात्रियों केलिए उठाए गए कदमों का जिक्र किया, जिससे लक्षद्वीप के लोगों कोभी फायदा हुआ है। उन्होंने हज वीज़ा केलिए आसानी और महिलाओं केलिए 'मेहरम' के बिना हज पर जाने की वीज़ा और अनुमति की प्रक्रिया के डिजिटलीकरण का उल्लेख किया। उन्होंने कहाकि इन प्रयासों से 'उमरा' केलिए जानेवाले भारतीयों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री ने ग्लोबल सी-फूड बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के भारत के प्रयास पर प्रकाश डाला, जिससे लक्षद्वीप को लाभ हुआ है, क्योंकि स्थानीय टूना मछली जापान को निर्यात की जा रही है। उन्होंने निर्यात गुणवत्ता वाली स्थानीय मछली की संभावनाओं को रेखांकित किया, जो मछुआरों के जीवन को बदल सकती है। उन्होंने समुद्री शैवाल खेती की संभावनाओं की खोज के बारेमें भी जानकारी दी।
प्रधानमंत्री ने लक्षद्वीप को अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर लाने के सरकार के प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने यहां हाल ही में संपन्न हुई जी-20 बैठक का जिक्र करते हुए कहाकि लक्षद्वीप को अंतर्राष्ट्रीय मान्यता मिली है। स्वदेश दर्शन योजना के तहत प्रधानमंत्री ने बतायाकि लक्षद्वीप केलिए गंतव्य विशिष्ट मास्टर प्लान का मसौदा तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहाकि लक्षद्वीप दो ब्लू-फ्लैग समुद्र तटों का घर है और कदमत व सुहेली द्वीपों पर वॉटर-विला परियोजनाओं के विकास का उल्लेख किया। उन्होंने कहाकि लक्षद्वीप क्रूज पर्यटन केलिए एक प्रमुख गंतव्य बन रहा है, यहां पांच साल पहले की तुलना में पर्यटकों की आमद पांच गुना बढ़ गई है। प्रधानमंत्री ने भारत के नागरिकों से विदेश यात्रा का निर्णय लेने से पहले देश में कम से कम पंद्रह स्थानों की यात्रा करने का अपना आह्वान भी दोहराया। उन्होंने विदेशी भूमि पर द्वीप राष्ट्रों की यात्रा के इच्छुक लोगों से लक्षद्वीप की यात्रा करने काभी आग्रह किया। उन्होंने कहाकि एकबार जब आप लक्षद्वीप की सुंदरता देखेंगे तो दुनिया के अन्य गंतव्य फीके नज़र आएंगे। उन्होंने लक्षद्वीप के लोगों को आश्वासन दियाकि केंद्र सरकार उनके जीवन में आसानी, यात्रा में आसानी और व्यापार करने में आसानी सुनिश्चित करने केलिए हर संभव कदम उठाती रहेगी। इस अवसर पर लक्षद्वीप के उपराज्यपाल प्रफुल्ल पटेल और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।