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उपराष्ट्रपति की कैडेट्स को प्रेरणाएं!

दिल्ली में एनसीसी गणतंत्र दिवस शिविर का उद्घाटन

'एनसीसी कैडेट्स राष्ट्रीय परिवर्तन के लिए प्रतिबद्ध हों'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 6 January 2025 02:00:41 PM

inauguration of ncc republic day camp at delhi cantonment

नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिल्ली छावनी के करिअप्पा परेड ग्राउंड में राष्ट्रीय कैडेट कोर गणतंत्र दिवस शिविर-2025 का औपचारिक उद्घाटन किया। थलसेना, नौसेना और वायुसेना से एनसीसी कैडेट्स की एक टुकड़ी ने उपराष्ट्रपति के आगमन पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस वर्ष देशके राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 17 एनसीसी निदेशालयों के 917 कैडेट्स सहित 2361 कैडेट गणतंत्र दिवस शिविर-2025 में भाग ले रहे हैं, जिसका समापन 27 जनवरी 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली केसाथ होगा। इस दौरान कैडेट सांस्कृतिक कार्यक्रमों और संस्थागत प्रशिक्षण प्रतियोगिताओं सहित कई गतिविधियों में भाग लेंगे। उपराष्ट्रपति ने एनसीसी कैडेट्स को प्रेरणाप्रद संबोधन में उनका राष्ट्रीय परिवर्तन केलिए प्रतिबद्ध होने का आह्वान किया, जो पांच शक्तिशाली स्तंभ अर्थात सामाजिक सद्भाव, पारिवारिक प्रबोधन, पर्यावरण चेतना, स्वदेशी और नागरिक कर्तव्यों पर टिकी है।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहाकि ये पांच संकल्प हमारी रगो में बहते हुए एक अजय राष्ट्रवादी भावना का निर्माण करते हैं, ये हमें एक ऐसी यात्रा पर ले जाते हैं, जो व्यक्तिगत जिम्मेदारी, पारंपरिक मूल्यों और पर्यावरण चेतना को सांस्कृतिक गौरव, एकता और आत्मनिर्भरता केसाथ जोड़ती है। जगदीप धनखड़ ने उल्लेख कियाकि सामाजिक समरसता विविधता को राष्ट्रीय एकता में परिवर्तित करती है, जमीनी स्तरपर देशभक्ति के मूल्यों का पोषण हमारे परिवारों के भीतर प्रबोधन से शुरू होना चाहिए, परिवार वह नर्सरी है, जहां ये उत्कृष्ट गुण आत्मसात किए जाते हैं। हमें पर्यावरण की रक्षा, संरक्षण करना चाहिए और स्थायी पर्यावरण का निर्माण भी करना चाहिए। स्वदेशी व आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दिया जाना चाहिए तथा नागरिक कर्तव्यों द्वारा प्रत्येक नागरिक का प्रगति के पथ पर मार्गदर्शन करना चाहिए। उपराष्ट्रपति ने एनसीसी कैडेटों से भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा केलिए जागरुक एवं राष्ट्र विरोधी ताकतों से सतर्क रहने का आह्वान किया। उन्होंने इस दशक में भारत की समृद्धशाली यात्रा को रेखांकित करते हुए कहाकि देश एक ऐसे उत्थान का साक्षी बन रहा है, जिसे वैश्विक स्तरपर सराहा जा रहा है। उन्होंने एनसीसी की सराहना करते हुए कहाकि यह एक अनुशासित बल है, जो मानव विकास केलिए आवश्यक गुणों को विकसित करता है।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहाकि एनसीसी संगठन राष्ट्रवाद और राष्ट्र प्रथम दृष्टिकोण को मजबूत करता है और दुनिया का कोईभी देश तबतक तरक्की नहीं कर सकता, जबतक उसके नागरिक राष्ट्रवाद केप्रति गहराई से प्रतिबद्ध न हों। उपराष्ट्रपति ने कहाकि राष्ट्रवाद सभी हितों चाहे व्यक्तिगत हों या संगठनात्मक, से ऊपर होना चाहिए। उपराष्ट्रपति ने एनसीसी कैडेट्स से कहाकि आप भाग्यशाली हैंकि आप ऐसे समय में हैं, जब भारत संभावनाओं वाला राष्ट्र नहीं, बल्कि वह अप्रतिम रूपसे उभरता हुआ राष्ट्र है। उन्होंने बुनियादी ढांचे के विकास जैसे दस वर्ष में भारत में तकनीकी प्रगति होने के उदाहरण दिए। उपराष्ट्रपति ने कैडेटों को 2047 में विकसित भारत का निर्माता बताया। उन्होंने कहाकि देश में युवाओं केलिए अवसर बढ़ रहे हैं, क्योंकि वैश्विक संस्थाएं भारत को पसंदीदा प्रमुख निवेश गंतव्य के रूपमें स्वीकार कर रही हैं। जगदीप धनखड़ ने कहाकि यह बुनियादी ढांचे, प्रौद्योगिकी में समग्र विकास तंत्र और एक ऐसा इकोसिस्टम उपलब्ध कराने के माध्यम से हासिल किया गया है, जहां हर युवा दिमाग को अपनी क्षमता और प्रतिभा का दोहन करने का भरपूर अवसर मिलता है। शिविर के उद्घाटन कार्यक्रम में एनसीसी के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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