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Saturday 3 August 2013 11:44:16 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री आस्कर फर्नांडिस ने कल पूर्वोत्तर क्षेत्र में सड़क परियोजनाओं की समीक्षा की। उनके साथ समीक्षा बैठक में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार पूर्वोत्तर क्षेत्र विभाग) पबन घाटोवार, सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री सर्वेय सत्यानारायण, मुख्यमंत्रियों, पीडब्ल्यूडी मंत्रियों और क्षेत्र के राज्यों के अन्य मंत्री भी मौजूद थे। इस समीक्षा का उद्देश्य क्षेत्र में राज्य सरकारों की चिंताओं पर ध्यान देना और उनके महत्वपूर्ण मुद्दों को प्राथमिकता देना तथा समस्याओं का समाधान तलाशना और परियोजनाओं के कार्यान्वयन में तेजी लाने को प्रोत्साहन देना था। केंद्रीय मंत्री क्षेत्र में हर राज्य में दौरा करने का इरादा रखते हैं और उनकी मांगों पर उचित दृष्टिकोण अपनाने के इच्छुक हैं।
समीक्षा बैठक के दौरान मंत्री ने अनेक निर्णय लिए। इनमें धुबरी के रास्ते श्रीरामपुर और फुलबारी को जोड़ने वाले नवघोषित एनएच-127 बी के लिए व्यवहार्यता अध्ययन कराना, ब्रह्मपुत्र नदी पर पुल निर्माण, नुमालीगढ़-जोरहाट-डेमोव-डिब्रूगढ़ के बीच एनएच-37 को चौड़ा करके चार लेन का बनाना, ईटानगर को नौगांव से चार लेन के मार्ग से जोड़ने के लिए व्यवहार्यता अध्ययन कराना शामिल हैं। एनएच-39 पर नगालैंड और मणिपुर में भीड़-भाड़ और अन्य बाधाओं से बचने के लिए एनएच-39 पर नगालैंड में दीमापुर और मणिपुर में माराम के निकट वैकल्पिक/अतिरिक्त राजमार्ग का निर्माण कराने के अध्ययन का भी निर्णय लिया गया।
एनएच-44 के अगरतला-सबरूम खंड पर 130 किलोमीटर मार्ग को 2 लेने के मानक मार्ग के रूप में विकसित करने का फैसला भी किया गया। मेघालय में डावकी में नए पुल के निर्माण के लंबित काम को पूरा करने, बागराकोट-निम्बोंग-लोलेगांव-अलगारा-रेहनोक-पकयोंग-रानीपुल-गंगतोक के रास्ते गंगतोक तक वैकल्पिक राजमार्ग बनाने का फैसला भी किया गया।