स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Tuesday 17 February 2015 04:23:21 AM
नई दिल्ली/ श्रीनगर। राष्ट्रीय कौशल विकास परिषद (एनएसडीसी) और गृह मंत्रालय जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा क्षेत्र में एक विशेष भर्ती अभियान शुरू करने जा रहे हैं। देशभर से 18 और 19 फरवरी को 10 से ज्यादा कंपनियां कुपवाड़ा में दो दिनों के भर्ती अभियान के लिए पहुंचेंगी। वित्त, पर्यटन, मानव संसाधन, निर्माण, ऑटोमेशन एवं सूचना प्रद्योगिकी तथा आईटी सक्षम सेवाओं समेत विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी कंपनियां कुपवाड़ा के सीमावर्ती जिले में नई प्रतिभाओं की तलाश करेंगी। सरकार के इस अभियान से विघटनकारियों में भारी निराशा है, जबकि विश्व समुदाय में इस अभियान की सराहना हो रही है।
विशेष भर्ती अभियान राज्य की नई प्रतिभाओं की तलाश के लिए राज्य में चलाए जा रहे मेगा भर्ती अभियानों की श्रृंखला का एक हिस्सा है। राज्य में अगले दो महीनों के दौरान ऐसे आठ और अभियान चलाए जाने की योजना है, जिससे कि सांबा, सोपोर, बारामूला, कठुआ, रियासी और डोडा समेत दूर-दराज के क्षेत्र इसमें शामिल किए जा सकें। श्रीनगर, जम्मू और ऊधमपुर में तीन अभियान पहले ही संचालित किए जा चुके हैं, जिसके प्रति छात्रों ने बेशुमार उत्साह दर्शाया है। इन अभियानों में लगभग 2,400 प्रत्याशियों का चयन किया गया और भारत के उद्योग जगत में भर्ती के लिए अंतिम शैक्षणिक सत्र से कई प्रत्याशियों का चयन किया गया।
जम्मू-कश्मीर में विशेष उद्योग पहल या उड़ान की योजना जम्मू और कश्मीर के स्नातक एवं स्नातकोत्तर के छात्रों को भारत के उद्योग जगत के सर्वश्रेष्ठ पहलुओं से अवगत कराने तथा उद्योग जगत को राज्य में उपलब्ध प्रतिभाशाली छात्रों की सुविधाएं मुहैया कराने के दोहरे उद्देश्य के साथ बनाई गई है। उड़ान योजना देश के विभिन्न राज्यों में स्थित कंपनियों के जरिए जम्मू एवं कश्मीर के युवाओं के प्रशिक्षण के लिए एक प्रगतिशील कार्यक्रम के निर्माण एवं इन युवाओं को रोज़गार योग्य बनाने के लिए रंगराजन समिति की अनुशंसाओं पर आधारित है। घाटी में इस अभियान से भारत सरकार के प्रयासों को जो सराहना मिल रही है, उसका असर गुलाम कश्मीर में भी दिख रहा है। कश्मीर के बहुत सारे युवा केवल इसलिए घुन की तरह पिसते आ रहे हैं, क्योंकि अभी तक किसी सरकार ने उनके रोज़गार के बारे में इतनी गंभीरता से नहीं सोचा है, जितना नरेंद्र मोदी सरकार सोच रही है।
पिछले वर्ष एक विशेष उद्योग अभियान के तहत एनएसडीसी एवं गृह मंत्रालय को जम्मू और कश्मीर में रोज़गार तथा कौशल क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव लाने के लिए उद्योग जगत के साथ काम करने को अधिदेशित किया गया है। अभी तक 63 कंपनियों ने उड़ान योजना के तहत साझीदारी की है तथा राज्य में लगभग 74 हजार युवाओं को प्रशिक्षित करने की प्रतिबद्धता की है। अभी तक 6 हजार से अधिक प्रत्याशी प्रशिक्षण में शामिल हो चुके हैं, जिनमें से 2,500 से अधिक को टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज, रिलायंस, सीएमसी, लाइगेर, टाटा मोटर्स, एस बैंक, केनरा बैंक आदि जैसी अग्रणी कंपनियों में नौकरियां दी जा चुकी हैं।