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सामाजिक कार्य देशभक्ति जैसा-राज्यपाल

उत्तराखंड महापरिषद का 'उत्तराखंड महोत्सव'

'उत्तराखंड राज्य का है गौरवशाली इतिहास'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 1 April 2016 12:33:56 AM

governor ram naik in uttarakhand festival, opening

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने गोमती नदी तट पर गोविंद बल्लभ पंत उपवन में उत्तराखंड महापरिषद के आयोजित 'उत्तराखंड महोत्सव' का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उत्तराखंड महापरिषद के अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट ने राज्यपाल राम नाईक को अंग वस्त्र व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में उत्तराखंड महापरिषद के महासचिव हरीश चंद्र पंत, पदाधिकारी एवं लखनऊ में रहने वाले उत्तराखंड के मूल निवासी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। 
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्र का गौरवशाली इतिहास रहा है, उत्तराखंड को अनेक नामों से पुकारा जाता है, इस भूमि को देवभूमि, स्वर्गभूमि, वीरभूमि आदि नामों से संबोधित किया जाता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लगभग हर परिवार से एक व्यक्ति भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे रहा है, योग एवं आयुर्वेद की जानकारी भी उत्तराखंड में आसानी से मिलती है। उन्होंने कहा कि लखनऊ में रहकर भी उत्तराखंड से जुड़ाव प्रसन्नता की बात है। राम नाईक ने कहा कि उत्तराखंड परिषद सांस्कृतिक कार्यक्रमों, पर्यावरण सुरक्षा, शिक्षा जागरुकता और सामाजिक कुरीतियों के विरूद्ध जैसे सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर भागीदारी कर रही है, सामाजिक काम में हाथ बटाना देशभक्ति के कार्य जैसा है।
राम नाईक ने कहा कि देश में विभिन्न भाषा और कलाओं को देखकर भारत की संस्कृति एवं महत्ता समझ में आती है और हर क्षेत्र की अपनी पहचान और विशेषता होती है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार दिल्ली देश की राजनैतिक राजधानी है, मुंबई आर्थिक राजधानी है, बनारस सांस्कृतिक राजधानी है, ठीक उसी प्रकार लखनऊ कला और सभ्यता की राजधानी है। महोत्सव में उत्तराखंड महापरिषद के अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट ने स्वागत उद्बोधन दिया। उत्तराखंड के अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे। उत्तराखंड महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।

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