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Sunday 4 September 2016 07:14:16 AM
नई दिल्ली। केंद्रीय दूर संचार मंत्रालय में स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने सी-डॉट के स्थापना दिवस पर सी-डॉट से आग्रह किया है कि वह डिजिटल क्रांति के जरिए भारत परिवर्तन संबंधी प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए नए अन्वेषणों, नए अनुसंधानों और नई प्रौद्योगिकी पर काम करे। उन्होंने कहा कि इस समय नवाचार की बहुत आवश्यकता है, क्योंकि भारत सीमित संसाधनों के बल पर विकसित अर्थव्यवस्थाओं की बराबरी करने की स्थिति में नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर भारत आने वाले 15 से 20 वर्ष के दौरान उभरती हुई प्रौद्योगिकी की बराबरी नहीं कर पाएगा तो देश का अस्तित्व दांव पर लग जाएगा।
संचार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने अधिकारियों और अन्य हितधारकों का आह्वान किया कि वे ‘दावों के अनुरूप कार्य’ करें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों सहित देश की बड़ी आबादी को डिजिटल संदर्भ में अधिकारसंपन्न बनाना हमारा प्रमुख कर्तव्य है, क्योंकि ये क्षेत्र अब तक सूचना प्रौद्योगिकी क्रांति से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल विभाजन को यथाशीघ्र समाप्त किया जाना चाहिए। राज्यमंत्री ने जीपीओएन प्रौद्योगिकी के लिए सी-डॉट को बधाई दी और आशा व्यक्त की कि मार्च 2017 तक एक लाख ग्राम पंचायतें ऑप्टिकल फाइवर केबल के जरिए जुड़ जाएंगी और इस तरह ग्रामीण जनता को एक नेटवर्क संरचना मिलेगी। उन्होंने कहा कि सब लोग इस समय पूरे उत्साह के साथ यह प्रयास कर रहे हैं कि एक निश्चित अवधि के अंदर ब्रॉडबैंड नेटवर्क के जरिए ढाई लाख ग्राम पंचायतों को जोड़ा जाएगा, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दृष्टिकोण है।
मनोज सिन्हा ने 18 उत्पादों और 56 प्रौद्योगिकी हस्तांतरण जारी करने के लिए सी-डॉट की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इसे 100 तक बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने साइबर सुरक्षा संबंधी सी-डॉट की भूमिका को भी सराहा। इस अवसर पर दूर संचार मंत्रालय में सचिव जेएस दीपक भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि भारत डॉटा क्रांति के द्वार तक पहुंच गया है और सी-डॉट का भविष्य बहुत उज्ज्वल है। उन्होंने कहा कि सी-डॉट ने मल्टी टेराबिट राउटर बनाया है तथा स्मार्ट सिटी सॉल्युशंस और रक्षा एवं नागरिक क्षेत्रों के लिए सुरक्षा सॉल्युशंस उपलब्ध करा रहा है। संचार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने सी-डॉट के विकसित तीन नए उत्पाद-डब्ल्यूडीएम, पीओएन (डब्ल्यूडीएन) और संवाद एप्प भी जारी किए।