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Saturday 2 November 2024 04:06:01 PM
नई दिल्ली। भारत की कोयला आवश्यकता को पूरा करने और ऊर्जा क्षेत्र को बढ़ावा देने वाली सरकारी स्वामित्व वाली कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने 1 नवंबर को अपनी स्थापना के 50 वर्ष पूरे कर लिए हैं। सीआईएल की 1 नवंबर 1975 को स्थापना की गई थी। यह एक राष्ट्रीयकृत कोकिंग कोयला (1971) और गैर-कोकिंग खदानों (1973) वाली शीर्षस्थ कंपनी है। सीआईएल का अपने स्थापना वर्ष 1975-76 में उत्पादन 89 मिलियन टन (एमटी) था। कोयला मंत्रालय के अधीन इस दिग्गज महारत्न कोयला कंपनी का वित्तीय वर्ष 2024 में उत्पादन 773.6 एमटी था। इस प्रकार इसके उत्पादन में 8.7 गुना वृद्धि हुई है।
कोल इंडिया अपनी पूरी आपूर्ति के 80 प्रतिशत कोयला की आपूर्ति कोयला आधारित बिजली संयंत्रों को अत्यधिक प्रतिस्पर्धी दरों पर करती है, इस प्रकार यह नागरिकों को उचित मूल्य पर बिजली प्राप्त करने में अपना योगदान देती है। यद्यपि सीआईएल के कर्मचारियों की संख्या राष्ट्रीयकरण के प्रारंभिक वर्ष के 6.75 लाख कर्मचारियों से लगभग एक तिहाई घटकर 2.25 लाख रह गई है फिरभी इसके उत्पादन में तेजीसे वृद्धि हुई है। केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने कोल इंडिया को बधाई देते हुए कहा हैकि कोल इंडिया अपनी अनेक उपलब्धियों केसाथ अपने स्वर्ण जयंती वर्ष में प्रवेश कर रही है, मैं कंपनी को अपनी शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने कहाकि भारत में कोयले का उत्पादन अभी अपनी पूरी क्षमता तक नहीं पहुंचा है, महंगे आयात से बचने केलिए स्वदेशी उत्पादन बहुत जरूरी है। उन्होंने कहाकि कोल इंडिया को लोगों केप्रति सामाजिक जिम्मेदारी, कल्याण और सुरक्षा को समान महत्व देते हुए भविष्य में उत्पादन को उच्चस्तर तक बढ़ाना होगा।
सीआईएल केलिए लगभग पांच दशक की यात्रा बहुत ही उपलब्धियों भरी रही है। कंपनी ने कई बदलावों और चुनौतियों, परीक्षणों और समस्याओं का सामना किया है, लेकिन वहसब करने में सफल रही जिसकी उससे अपेक्षा की गई थी। एक विशुद्ध कोयला उत्पादक कंपनी से कोल इंडिया अब राष्ट्रीय हित में सौर ऊर्जा, खदान बिजलीघरों, कोयला गैसीकरण और महत्वपूर्ण खनिजों के उत्खन्न में विविधता ला रही है। सीआईएल वर्ष 2007 से औपचारिक रूपसे अपने स्थापना दिवस समारोह को एक आंतरिक कार्यक्रम के रूपमें मना रही है। इन कार्यक्रमों में कोल इंडिया के पूर्व अध्यक्ष या उद्योग विशेषज्ञ जेबी कुमारमंगलम स्मृति व्याख्यान और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कार प्रदान करते हैं। इसवर्ष भी कंपनी 3 नवंबर को कोलकाता में यह समारोह मनाएगी, जिसमें कोयला मंत्री और कोयला सचिव मुख्य अतिथि के रूपमें शामिल होंगे।