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Tuesday 29 October 2024 01:18:10 PM
पणजी। भारतीय तटरक्षक बल के गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल) निर्मित दो फास्ट पैट्रोल वेसल (एफपीवी) ‘अदम्य’ और ‘अक्षर’ को समारोहपूर्वक कल एकसाथ लॉंच कर दिया गया। ये दोनों फास्ट गश्ती पोत 60 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी सामग्री से बने हैं, ये दोनों फास्ट गश्ती जहाज जीएसएल केसाथ 473 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले आठ ऐसे एफपीवी केलिए किएगए अनुबंध का हिस्सा हैं। ये उन्नत एफपीवी सुरक्षा, निगरानी, नियंत्रण और निगरानी की प्राथमिक भूमिका केसाथ आईसीजी को अपतटीय संपत्तियों और द्वीप क्षेत्रों की सुरक्षा में मदद करेंगे। प्रत्येक एफपीवी की लंबाई 52 मीटर, चौड़ाई 8 मीटर और अधिकतम गति 27 समुद्री मील है। यह नियंत्रण योग्य पिच प्रोपेलर आधारित प्रणोदन प्रणाली पर कार्य करता है और 320 टन का विस्थापन करता है। इन गश्ती पोतों को अमेरिकी शिपिंग ब्यूरो और भारतीय शिपिंग रजिस्टर के कड़े दोहरे वर्ग प्रमाणन केतहत आईसीजी की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने केलिए डिजाइन और निर्मित किया गया है। पहलीबार अत्याधुनिक शिप लिफ्ट सिस्टम का उपयोग करते हुए एकसाथ दो जहाजों का जलावतरण किया गया।
भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक परमीश शिवमणि और दिग्गजों की उपस्थिति में प्रिया परमीश ने अथर्ववेद के मंत्रों केसाथ एफपीवी का उद्घाटन और नामकरण किया। परमीश शिवमणि ने कहाकि यह मील का पत्थर रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता केप्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, इस उपलब्धि में योगदान देने वाले स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र और कार्यबल पर गर्व है। आईसीजी की सभी जहाज निर्माण जरूरतों को स्वदेशी रूपसे पूरा करना सुनिश्चित करने केलिए जीएसएल और विभिन्न उद्योगों के प्रयासों की सराहना की। परमीश विशमणि ने जीएसएल के कर्मचारियों को बधाई देते हुए उन्हें यह सुनिश्चित करने केलिए प्रेरित कियाकि रक्षा क्षेत्रमें आत्मनिर्भरता की ओर और तेजीसे आगे बढ़ा जाए। समारोह में जीएसएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ब्रजेश कुमार उपाध्याय, भारतीय नौसेना, आईसीजी, जीएसएल और वर्गीकरण समितियों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।