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Friday 15 November 2024 12:09:13 PM
शिलांग। नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू और मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने मेघालय के री भोई जिले के उमियम झील में सीप्लेन संचालन डेमो लॉंच किया। किंजरापु राममोहन नायडू ने इस आयोजन केलिए मेघालय के मुख्यमंत्री केप्रति आभार व्यक्त किया और मेघालय जिसे बादलों के घर के रूपमें जाना जाता है की प्राकृतिक सुंदरता की प्रशंसा की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वर्ष 2020 में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से अहमदाबाद तक कीगई सीप्लेन यात्रा को याद करते हुए कहाकि यह केवल एक प्रतीकात्मक उड़ान नहीं थी, बल्कि एकता और सुगमता पर एक शक्तिशाली संदेश था। उन्होंने कहाकि सीप्लेन में दुर्गम स्थलों को जोड़ने, पर्यटन को बढ़ावा देने और देशभर में स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को ऊपर उठाने की अनूठी क्षमता है। किंजरापु राममोहन नायडू ने कहाकि यह पहल मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा के नेतृत्व में केंद्र सरकार और मेघालय केबीच सहयोग की भावना को दर्शाती है।
नागरिक उड्डयन मंत्री ने सीप्लेन संचालन को सुलभ और कुशल बनाने केलिए उड़ान योजना, जो विशेष रूपसे सीप्लेन पर केंद्रित है, केतहत नई पहलों की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने कहाकि गैर अनुसूचित ऑपरेटर परमिट सहित सुचारू संचालन की अनुमति देना और जल हवाई अड्डों पर जल लाइसेंस की आवश्यकता को समाप्तकर उड्डयन मंत्रालय का लक्ष्य नए दिशा-निर्देशों केसाथ सीप्लेन को भारत के विमानन परिदृश्य का एक नियमित हिस्सा बनाना है। किंजरापु राममोहन नायडू ने मेघालय में सीप्लेन से पर्यटन को बढ़ावा मिलने पर कहाकि मेघालय के सुरम्य प्राकृतिक परिदृश्य केसाथ सीप्लेन कनेक्टिविटी न केवल भारत, बल्कि दुनियाभर से पर्यटकों को आकर्षित करेगी, इससे राज्य के पर्यटन क्षेत्रमें उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी और बदलाव आएगा। उन्होंने मालदीव और कनाडा जैसे देश जहां हर साल हज़ारों यात्री सीप्लेन सेवाओं से लाभांवित होते हैं, में स्थापित सीप्लेन नेटवर्क केसाथ भारत की तुलना करते हुए एक फलता-फूलता सीप्लेन उद्योग स्थापित करने की भारत की क्षमता पर विश्वास भी व्यक्त किया।
नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहाकि नागरिक उड्डयन मंत्रालय, उद्योगजगत के नेताओं और राज्य सरकारों केसाथ भागीदारी को सुविधाजनक बनाने केलिए सक्रिय रूपसे काम कररहा है, वित्तपोषण और तकनीकी सहायता के जरिए सीप्लेन मार्गों के विकास का सहयोग कर रहा है। उन्होंने भारत की लंबी तटरेखा और नदियों तथा झीलों के व्यापक नेटवर्क के बारेमें बात करते हुए इसे देशमें सीप्लेन संचालन विकास केलिए एक अनूठा अवसर बताया। उन्होंने कहाकि आरसीएस केतहत सीप्लेन संचालन केलिए व्यवहार्यता अंतर निधि का विस्तार ऑपरेटरों को शुरुआती प्रोत्साहन देगा। उन्होंने और दूसरे पूर्वोत्तर राज्य सरकारों से भी अपील की हैकि वे आगे आएं और अपने-अपने राज्यों में सीप्लेन संचालन का लाभ उठाएं। उन्होंने घरेलू सीप्लेन निर्माण को बढ़ावा देने केलिए एचएएल और महिंद्रा एयरोस्पेस जैसे भारतीय निर्माताओं केसाथ सहयोग की योजना की भी घोषणा की। उन्होंने कहाकि हमारा लक्ष्य भारत को सीप्लेन निर्माण में आत्मनिर्भर बनाना, रोज़गार सृजन करना और विमानन क्षेत्रमें नवाचार को बढ़ावा देना है।
किंजरापु राममोहन नायडू ने मेघालय के हवाई संपर्क को और बेहतर बनाने केलिए शिलांग हवाई अड्डे और तुरा हवाई अड्डे के विकास केलिए मंत्रालय के सहयोग की पुष्टि की। उन्होंने कहाकि यह सीप्लेन कनाडा की निर्माता कंपनी डेहैविलैंड का विमान है। उन्होंने सीप्लेन की ताकत की सराहना करते हुए इसे उभयचर विमान बताया, जो जमीन, पानी और कठिन इलाकों में उतर सकता है। उन्होंने कहाकि इसके इस्तेमाल की संभावनाएं असीमित हैं, यह हमारी कल्पना पर निर्भर करता हैकि आप कहां से उड़ान भरना चाहते हैं और कहां उतरना चाहते हैं। उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्रालय-मेघालय सरकार के सहयोग तथा पवन हंस लिमिटेड और फिक्की केसाथ मिलकर शिलांग में छठे हेलीकॉप्टर एवं लघु विमान शिखर सम्मेलन में भी भाग लिया। कार्यक्रम में मेघालय के उपमुख्यमंत्री स्नियावभलंग धर, उमरोई के विधायक दमनबैत लामारे और केंद्र एवं राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।