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Saturday 19 August 2017 04:20:24 AM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, जन शिकायत एवं पेंशन, परमाणु ऊर्जा तथा अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने विश्व उद्यमी दिवस पर ऐसोचैम के समारोह में कहा है कि युवाओं की आकांक्षाएं ही अगले कुछ वर्ष में भारत का भविष्य और विश्व के अग्रणी देश के रूपमें भारत की प्रगति की गति और उसका स्थान तय करेंगी। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि भारत जैसे देश में जिसकी 70 प्रतिशत जनसंख्या 40 वर्ष से कम आयु की है, वहां किसी भी भावी योजना के सफल होने के लिए उसका युवाओं पर केंद्रित होना आवश्यक है। उसी विषय पर उन्होंने कहा कि भविष्य की उद्यमिता की रूपरेखा को युवाओं के दृष्टिकोण से देखना होगा।
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले तीन वर्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल करने की नीति के परिणाम के रूप में न केवल विदेशी निवेशक बल्कि वे भारतीय भी, जो बेहतर अवसरों की तलाश में दशकों पहले विदेश जाकर बस गये थे, भारत वापस लौटकर उद्यम स्थापित करने के अवसरों की तरफ देख रहे हैं। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि युवाओं में योग्यता की कोई कमी नहीं है और इसके दोहन की आवश्यकता है। भविष्य के उद्यमियों को उनकी क्षमता के अनुसार अधिकतम उपलब्धि प्राप्त करने के योग्य बनाने के लिये डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि सामाजिक व्यवहार में बदलाव लाने के लिये एक जन-जागरूकता अभियान चलाए जाने की आवश्यकता है।
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि अपनी संभावनाओं का इस्तेमाल करने के लिए युवा सरकार की स्टार्ट-अप योजना का लाभ ले सकते हैं। उन्होंने जानकारी दी कि जो युवा पूर्वोत्तर में कोई नया उद्यम आरंभ करना चाहते हैं, उनके लिए पूर्वोत्तर विकास मंत्रालय भारत सरकार की स्टार्ट-अप इंडिया और स्टैंड-अप इंडिया योजनाओं में एक वेंचर फंड के जरिए अतिरिक्त मदद करेगा। कार्यक्रम को इज़रायल के राजदूत डैनियल कैरमन, ऐसोचैम के अध्यक्ष संदीप जाजोदिया और ऐसोचैम के महासचिव डीएस रावत ने भी संबोधित किया।