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नई दिल्ली। दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में देश के विभिन्न हिस्सों से आए 1200 स्कूली छात्र विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। कुल छात्रों में से 340 छात्र दिल्ली से हैं। महात्मा गांधी के अर्थपूर्ण शिक्षा के आदर्शों पर आधारित एक जनशिक्षा कार्यक्रम भी नई दिल्ली के आरके पुरम सेक्टर-2 स्थित केंद्रीय विद्यालय के छात्र प्रस्तुत करेंगे। वे अपने गीतों और विभिन्न रूपों के जरिए एक ऐसी दुनिया का दृश्य प्रस्तुत करेंगे, जहां वास्तव में प्रत्येक व्यक्ति शिक्षित हो और जहां हर एक व्यक्ति संपंनता और खुशहाली की ऊंचाई को प्राप्त करे।
हस्तसाल के सर्वोदय विद्यालय के छात्र महाराष्ट्र के मछुआरों से संबंधित एक लोक नृत्य 'कोडियांचा कारवां' प्रस्तुत करेंगे, जबकि दक्षिणी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र तमिलनाडु से संबंधित लोक नृत्य कार्यक्रम 'करगम' की प्रस्तुति की जाएगी जो स्वास्थ्य और वर्षा की देवी 'मरियामन' को समर्पित करने की प्रथा है। पूर्वी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र द्वारा 'ठकुरानी' नृत्य का कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा जो पशु नृत्य, रनपा नृत्य और जोड़ी का मिश्रण है। यह ओडिशा के गंजम जिले के ठकुरानी यात्रा के धार्मिक जुलूस से जुड़ा हुआ है। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, मध्य प्रदेश के शहडोल और मांडला जिले से संबंधित पारंपरिक जनजातीय नृत्य 'गुडम बाजा' की प्रस्तुति करेगा, इस नृत्य का आयोजन सभी धार्मिक अवसरों और त्योहारों पर किया जाता है।